नई दिल्ली. 80 के दशक के दलाली का मामला जिसके कारण कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा था, एक बार फिर गरमा गया है. बीजेपी के नेता अजेय अग्रवाल ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका में आरोपियों के साथ सीबीआई की मिलीभगत का आरोप लगाया है. अजेय अग्रवाल का आरोप है कि जांच एजेंसी ने हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती नहीं दी जिसमें यूरोप में रह रहे हिंदुजा ब्रदर्स के सारे आरोपों को खारिज किया गया था.
करगिल के युद्ध में पाकिस्तान के होश ठिकाने लाने वाला बोफोर्स तोप हमेशा सुर्खियों में रहा है. बोफोर्स दलाली कांड में गांधी परिवार पर भी आरोप लगे हैं. दरसल सारा मामला 64 करोड़ रूपयों के दलाली का है. मामला तब प्रकाश में आया जब 1986 में एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 1,437 करोड़ रूपये के होवित्जर तोप सौदे में दलाली के आरोप लगाए गए.
अभी तक इस दलाली कांड के जांच में 64 करोड़ से ज्यादा खर्च हो चुके हैं. खरीदी गईं ज्यादातर बोफोर्स तोपें अब खराब हो गईं हैं. अब केवल 200 तोपें ही सही हालत में हैं.
बता दें कि याचिकाकर्ता अजेय अग्रवाल सोनिया गांधी के विरूद्ध चुनाव भी लड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई को हलफनामा दायर करना चाहिए.
हाल ही में बोफोर्स तोप के दलाली मामले को बीजेपी सांसद किरीट सौमेया ने लोकसभा में उछाला था. उसके बाद अब अजेय अग्रवाल ने याचिका दायर करके इस मामले को और गरमा दिया है. अब देखना होगा कि सुप्रीम कोर्ट का रूख कैसा रहता है.
