बिलासपुर. झंडूता चुनाव क्षेत्र में चुनाव परिणाम आने से पहले भाजपा में चल रहा अंर्तद्वंद अब और अधिक बढ़ गया है . विधायक रिखी राम कौंडल को पार्टी से निकाले जाने की मांग करने वालों के खिलाफ कौंडल के समर्थकों ने मोर्चा खोल दिया है. भाजपा के कार्यकर्ताओं और पंचायतों के चुने हुए इन प्रतिनिधियों ने स्पष्ट कहा है कि विधायक रिखी राम कौंडल और उनके बेटे पर लगाए गए आरोप सरासर झूठे हैं, निराधार हैं और उन्होंने पार्टी के खिलाफ कुछ भी नहीं किया है. इस बैठक में सुमन शर्मा पूर्व जिला परिषद एवं जिला कार्यकारिणी सदस्य ,मीनाक्षी मंडल सचिव कार्यकारिणी एवं पूर्व प्रधान नघयार ,बीडीसी सदस्य जडूकुलजार रामपाल, भाजपा मंडल एस टी के अध्यक्ष एवं पंचायत प्रधान सनीहरा कमल चौहान ,प्यार चंद पूर्व प्रधान भडोलीकलां, ग्राम पंचायत घराण उपप्रधान बीरी सिंह, पूर्व उपप्रधान नघयार ओम प्रकाश शर्मा , जिला कार्यकारिणी सदस्य हेमराज, नघयार दो मतदान केंद्र अध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा , पूर्व प्रधान बड़गांव गलू तारो देवी, बछरेटू मतदान केंद्र अध्यक्ष रणजीत सिंह, और भाजयुमो सदस्य रविंदर शामिल रहे.
इन भाजपा नेताओं का कहना है कि जिस बैठक में कोंडल के खिलाफ कार्यवाही की मांग का निर्णय लिया गया उस बैठक की अध्यक्षता करने वाले पर भी सवाल उठाए जा सकते हैं क्योंकि उन्होंने पंचायती राज चुनाव में भाजपा समर्थक जिला परिषद सदस्य प्रत्याशी का विरोध किया था. इस वजह से उन्हें बकायदा भाजपा मंडल की ओर से निष्काषित कर दिया गया था. कोंडल समर्थकों का कहना है कि वही व्यक्ति आज विधायक के निष्कासन की बात कर रहे हैं, लेकिन जो पार्टी से पहले ही निष्कासित हो उसकी अध्यक्षता में बैठक कैसे हो सकती है.
मीटिंग में शामिल भाजपा प्रतिनिधियों ने कहा कि निष्कासित व्यक्ति किसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग नहीं कर सकता और चूँकि मीटिंग में भाजपा मंडल का कोई मौजूदा पदाधिकारी नहीं था इसलिए उसका कोई वजन नहीं रह जाता. भाजपा के उपरोक्त कार्यकर्ताओं ने उल्टा इन लोगों को पार्टी के खिलाफ दी गई बयानबाजी के लिए दोषी ठहराया और मंडल कार्यकारिणी से इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
वहीं इस पूरे मसले पर अनभिज्ञता जताते हुए झंडूता मंडल भाजपा अध्यक्ष सुभाष मन्हास ने कहा कि मुझे इस तरह की किसी भी बैठक के बारे में कुछ पता नहीं है, और मैं इस मामले पर कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहता.