शिमला. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही से पहले बीजेपी विधायक दल ने सदन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में बीजेपी विधायक ताला और जंजीर लेकर विधानसभा में पहुंचे. इस दौरान विधायकों ने सदन के बाहर जमकर नारेबाजी की.
बीजेपी विधायक दल के नेता जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार को ताले वाली सरकार करार दिया. इसके बाद बीजेपी विधायकों ने विधानसभा में मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर भी जमकर नारेबाजी की. विधानसभा में मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर एक और दिलचस्प तस्वीर देखने को मिली. बीजेपी विधायकों की नारेबाजी के दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने पूर्व बीजेपी अध्यक्ष और ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती का गले लगा कर अभिवादन किया.
सिर्फ और सिर्फ ताला लगाने का काम किया- जयराम ठाकुर
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार प्रदेशभर में ताले वाली सरकार के नाम से मशहूर हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद से सिर्फ और सिर्फ ताला लगाने का काम किया जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सदन की कार्यवाही के दूसरे दिन नियम 67 के तहत चर्चा हुई. इस चर्चा में भी सीएम सुक्खू ने बिना तथ्यों के जवाब दिया और बातों को घुमाने की कोशिश की. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि संस्थान बंद करने के खिलाफ बीजेपी विधायक दल चुप नहीं बैठेगा और लगातार जनता की आवाज मुखरता से उठाएगा.
गले में ताला-जंजीर पहन विपक्ष ने जताया विरोध
11 बजे सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने संस्थान बंद करने के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा कर दी. 10 मिनट तक सत्ता पक्ष के सदस्यों ने अपने-अपने सवाल पूछे, जबकि विपक्षी सदस्य सदन में नारे लगाते रहे. विधानसभा अध्यक्ष से अपनी बात रखने का मौका मिलने पर जयराम ठाकुर ने कहा है कि संस्थानों पर तालाबंदी का प्रदेश सरकार का निर्णय सही नहीं है.
इस कदम से पूरे प्रदेश की जनता में भारी आक्रोश है. विपक्ष का दायित्व बनता है कि वो जनहित के मुद्दों को बेहतर ढंग से रखें. जयराम ठाकुर ने कहा कि इन संस्थानों को बंद करने से पहले कोई प्रक्रिया नहीं अपनाई गई. सरकार ने बिना सोचे-समझे संस्थानों पर तालाबंदी की. ये सामान्य परिस्थिति नहीं है और इसके खिलाफ विपक्ष वाकआउट कर रहा है. इसके बाद विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए.
सदन में निंदा प्रस्ताव पेश
दूसरी तरफ सत्ता पक्ष ने विपक्ष के इस रवैये की भत्सर्ना की और सदन में निंदा प्रस्ताव पेश किया. विपक्ष के वाकआउट के बाद संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने निंदा प्रस्ताव लाते हुए कहा कि सदन के अंदर और बाहर भाजपा विधायकों का प्रदर्शन दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय है. भाजपा विस चुनाव में मिली हार से बौखलाहट में है और उनके पास कोई मुद्दा नहीं है.