कांंगड़ा(इंदौरा). भाजपा की जीत की राह कम से कम इन्दौरा में तो आसान नहीं लग रही है. ताज़ा जानकारी के मुताबिक, पूर्व विधायक मनोहर धीमान और पूर्व विधायक देस राज के बेटे निर्मल प्रसाद के कई समर्थकों ने अपने दोनों नेताओं से नाराज होकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
‘परिवार के साथ भितरघात नहीं करना है’, जैसे बड़ी-बड़ी बातों को लेकर दोनों नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया था. बता दें कि पिछली मर्तबा मनोहर धीमान ने भाजपा के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ा था. इस बार भाजपा से इतना प्यार और बड़ी-बड़ी बातें कुछ लोगों को रास नहीं आ रही है.
जिसके कारण मनोहर को अपने ही कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ा. उन्ही की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनके ही खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाये. अब अगर भाजपा उम्मीदवार के समर्थक ही विरोध में खड़े हो गये हैं तो कहीं न कहीं भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती है.
बता दें कि इंदौरा में रीता धीमान को भाजपा ने मैदान में उतारा है. यहां भाजपा को भितरघात का खतरा है. चूंकि यहां मनोहर धीमान को टिकट की आस थी. इसी वजह से वह दो महीने पहले कांग्रेस सरकार का साथ छोड़ भाजपा से जुड़ गये थे. वहीं कांग्रेस से कमल किशोर को मौका मिला है. भाजपा में गुटबाजी से कांग्रेस के उम्मीदवार अपने लिये अधिक मतदान की आशा कर रहे होंगे लेकिन जनता किसे अपना नेता चुनती है वो तो चुनाव के बाद ही पता चल पायेगा.