गोड्डा. अडानी पावर के सेक्टर के हिसाब से स्पेशल इकोनोमिक जोन (सेज) बनाने के प्रस्ताव को सेज के लिए बनी स्वीकृति बोर्ड ने खारिज कर दिया है. बोर्ड ने कहा है कि यह निर्धारित दिशा-निर्देश के अनुरूप नहीं है और न ही इसमें राज्य के सुझावों का पालन किया गया है.
एक महीने पहले भी अडानी के पीले मटर और लाल मंसूर के लिए वेयर हाउस बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था. एक अधिकारी के मुताबिक यह सेज के नियमों से मेल नहीं खाता था, जिसके बाद इस प्रस्ताव को खारिज किया गया है. पिछले पांच जनवरी को नवी मुंबई सेज प्रा. लि. के प्रस्ताव को भी रिजेक्ट कर दिया गया था.
बोर्ड का गठन वाणिज्य सचिव की अध्यक्षता में कई मंत्रालय के अधिकारियों को मिलाकर किया गया है. जिनमें वित्त, परिवहन, सीबीईसी, सीबीडीटी, शहरी विकास और रासायनिक व उर्वरक मंत्रालय शामिल हैं.
अडानी पावर ने सेक्टर स्पेशफिक सेज के लिए झारखंड के गोड्डा जिले में 425 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए प्रस्ताव दिया था.
मालूम है कि राज्य सरकार ने 421 सेज प्रस्ताव को अनुमति दी है. इनमें से 324 के प्रस्तावों के लिए प्रपोजल दे दिया गया है. वहींं 218 प्रपोजल पर काम शुरू हो गया है. हालांकि हाल में लगाए गए मामूली टैक्स के बाद निवेश की दर घटी है.