रामपुर बुशहर (शिमला). सीटू क्षेत्रीय कमेटी रामपुर ने केंद्र सरकार के खिलाफ एसडीएम कार्यालय रामपुर के बाहर शनिवार को धरना प्रदर्शन किया. केंद्र की मोदी सरकार महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दे पर सता में आई थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद से इस पर किसी सीटू ने किसी भी प्रकार से कंट्रोल न करने का आरोप लगाया. वहीं गांव में मनरेगा के तहत मजदूरों को 100 दिन का रोजगार नहीं मिल रहा है.
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सीटू ने केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया. सीटू शिमला जिला अध्यक्ष बिहारी सिवेगी और क्षेत्रीय कमेटी महासचिव कुलदीप ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दे पर सता में आई थी. मगर सता संभालने से अब तक सरकार इन्हें रोकने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठा पाई है.
प्याज और टमाटर के दाम आसमान छू रहे है. वहीं सिलेंडर के दाम 800 रुपये से पार चले गए, दालों के दाम 100 रुपए से लेकर 250 रुपये तक बढ़ हैं. ऐसी स्थिति में आम जनता की हालत खराब हो गई है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम घटने के बावजूद भी पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी नहीं आई. केंद्र की सरकार के सार्वजनिक डिपाे से मिलने वाली चीनी और मिट्टी के तेल को बंद करके पहले ही गरीबों पर बोझ बढ़ाने का काम कर दिया है. मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सौ दिन का रोजगार और मजदूरी भी ग्रामीणों को नहीं मिल रही है.
मजदूरों के श्रम कानूनों में संशोधन कर मजदूरों को मालिकों के पास गिरवी रखने का काम मोदी सरकार कर रही है. उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो भविष्य में आंदोलन को और तेज किया जाएगा. इस मौके पर राम दास, जगदीश, रणजीत, तिवारी, विजय खन्ना, विकेश, मंगत, अंकित, जसबीर, मोहिन्द्र, राजन, रानी, दिग्विजय, किशोर, रामचंद्र, अलोक, रामदासी, रेखा, वेद जोशी आदि उपस्थित थे.