नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के Reasi और Ramban districts में शुक्रवार और शनिवार को हुई भारी बारिश और बादल फटने (Cloudburst) की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई। रियासी के Mahore क्षेत्र में Baddar Village में भूस्खलन (Landslide) के कारण एक परिवार का कच्चा मकान ढह गया, जिसमें परिवार के सात सदस्य दबकर मृत हो गए। हादसे के समय परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे। मृतकों की पहचान नजीर अहमद, वजीरा बेगम, बिलाल अहमद, मोहम्मद मुस्तफा, मोहम्मद आदिल, मोहम्मद मुबारक और मोहम्मद वसीम के रूप में हुई है।
अब तक 7 शव बरामद
स्थानीय ग्रामीणों और अधिकारियों ने तुरंत Rescue Operations शुरू किए और सभी सात शव बरामद किए। महोरे के विधायक Mohammad Khurshid ने बताया कि यह घटना रात के समय हुई, जिससे बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण रहा।
इसी बीच, Ramban district के Rajgad area में भी Cloudburst के कारण तीन लोगों की मौत हुई और एक व्यक्ति अभी भी लापता है। मृतकों में दो महिलाएं शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री Jitendra Singh ने अपने ट्विटर (X) अकाउंट पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि Search and Rescue Operation अभी भी जारी है और सभी आवश्यक मदद प्रदान की जा रही है।
भारी बारिश और प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को देखते हुए Jammu & Kashmir के Deputy Chief Minister Surinder Choudhary ने केंद्र सरकार से Rs 80,000 करोड़ का Relief Package की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस बार जम्मू में हुई तबाही 2014 की कश्मीर बाढ़ से भी अधिक व्यापक है और व्यापक पुनर्निर्माण के लिए तत्काल पैकेज की आवश्यकता है।
प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में Quarantine और Safety Measures लागू कर दिए हैं, जबकि NDRF और local authorities ने प्रभावित इलाकों में लगातार राहत और बचाव अभियान चलाया। नागरिकों से भी आग्रह किया गया है कि वह जोखिम वाले क्षेत्रों में न जाएं और अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
यह घटना Jammu Kashmir Floods 2025 के तौर पर रिकार्ड की जा रही है और सरकार व प्रशासन ने तत्काल राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता दी है।