धर्मशाला. विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन दोनों पक्षों के बीच खूब गहमा-गहमी हुई. इस दौरान सीएलपी लीडर मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार को कई मुद्दों पर घेरा और मुख्यमंत्री जयराम को नसीहत दी. अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन वे संघ के रिमोट से ना चलें. ऐसा लगता है कि सत्ता की गाड़ी का स्टीरिंग मुख्यमंत्री के हाथ में है, जबकि गाड़ी में गियर बाहर के लोग डाल रहे हैं.
हंसराज बने विधानसभा उपाध्यक्ष
वहीं, चंबा के चुराह विधानसभा क्षेत्र के विधायक हंसराज को आज विधानसभा उपाध्यक्ष चुना गया है. कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज और महिन्द्र सिंह ने उपाध्यक्ष पद के लिए हंसराज के नाम का प्रस्ताव किया. जिसका समर्थन विनोद कुमार और किशोरी लाल ने किया. बता दें कि हंसराज दूसरी बार बीजेपी के विधायक के रूप में जीतकर आए हैं और अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं. सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि युवा बीजेपी विधायक उपाध्यक्ष बने हैं.
पैसे का रोना ना रोए सरकार
अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार जब से सत्ता में आई है तब से पैसे का रोना रो रही है. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि जब कांग्रेस की सरकार सत्ता में थी तो हमनें कभी पैसे का रोना नहीं रोया. वर्तमान सरकार भी पैसे का रोना ना रोए और जनता के मुद्दों की रणनीति बनाकर सुलझाने का प्रयास करें.
12 लाख युवाओं को कब नौकरियां देगी सरकार
सीएलपी नेता ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में युवाओं को बेरोजगारी भत्ते तक की सुविधा दी. लेकिन, मौजूदा सरकार इसे बंद करके युवाओं को नौकरियां देने की बात करती है. मैं उनसे पूछना चाहूंगा कि यदि बेरोजगारी भत्ता भी बंद होगा, तो सरकार प्रदेश के 12 लाख बेरोजगारों को एक साथ नौकरियां कैसे और कब देगा.
सीएम कैंडिडेट के जरिये जयराम पर निशाना
कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी का प्रोजेक्टिड सीएम कोई और था, लेकिन अब किसी और को मुख्यमंत्री बनाया गया है. लेकिन, मुख्यमंत्री बदलने से उनकी प्राथमिकताएं नहीं बदलती हैं. पिछली सरकार के दौरान बीजेपी ने रूसा को बंद करने को कहा था, लेकिन सत्ता में आते ही इसके बारे में कोई बयान नहीं दिया. इसके अलावा बैरियर टैक्स तक खत्म करने की बात बीजेपी कहती थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
बदले की भावना में जयराम सरकार, 2022 में जीत का दावा
अग्निहोत्री ने कई और मुद्दों पर भी सरकार को घेरा और 2022 में फिर सत्ता में आने का दावा किया. सीएलपी लीडर ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान बीजेपी ने कहा था कि 2003 के बाद के कर्मचारियों की पेंशन बहाल की जाएगी और बगीचे-पेड़ नहीं कटेंगे. लेकिन, मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि कब सरकार इन वायदों को पूरा करेगी. ट्रांसफर करवाने में सरकार क्यों इतनी जल्दबाजी कर रही है. एक महीने में ही सरकार बदले की भावना से काम करने लगी है, लेकिन ये ज्यादा दिन नहीं चलेगा और 2022 में फिर कांग्रेस सत्ता में आएगी.