नई दिल्ली. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) 2004 से 2014 तक केंद्र में था, तब उसने कृषि क्षेत्र (Agricultural Sector) की उपेक्षा की। हालांकि, भाजपा नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सत्ता में आने के बाद, उन्होंने पिछले 11 वर्षों में किसानों को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए उठाए गए कई कदमों का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री मोदी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), नई दिल्ली में आयोजित विशेष कृषि कार्यक्रम (Krishi Programme) में बोल रहे थे।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने पिछले महीने लागू हुए GST सुधार (GST Reforms) की भी सराहना की और कहा कि इससे देश के किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों को और अधिक लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और उनके उत्पादन लागत को कम करना है। उन्होंने उल्लेख किया कि पिछले 10 वर्षों में NDA ने उर्वरकों पर ₹13 लाख करोड़ की सब्सिडी (Fertilizer Subsidy) दी, जबकि UPA के 10 वर्षों में यह राशि केवल ₹5 लाख करोड़ थी।
कांग्रेस पर मोदी ने हमला बोला
कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “समय के अनुसार कृषि को सरकारी समर्थन मिलता रहना बहुत जरूरी है। दुर्भाग्य से, पिछली सरकारों ने कृषि को छोड़ दिया। कृषि के लिए कोई दृष्टि या सोच नहीं थी।” उन्होंने आगे कहा, “कृषि से जुड़े विभिन्न सरकारी विभाग अपने-अपने तरीके से काम करते थे, जिससे भारत की कृषि प्रणाली लगातार कमजोर होती गई।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने पिछली सरकारों के लापरवाह रवैये को बदला। बीज से लेकर बाजार तक, किसानों के लाभ के लिए अनगिनत सुधार और कदम लागू किए। आज इसके परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं।
हर क्षेत्र में लगातार सुधार की आवश्यकता
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के कृषि निर्यात (Agricultural Exports) लगभग दोगुने हो गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अनाज (Grains), फल और सब्जियों (Fruits & Vegetables) का उत्पादन क्रमशः लगभग 90 मिलियन मीट्रिक टन और 64 मिलियन मीट्रिक टन बढ़ा है। साथ ही, 2014 के बाद भारत में शहद (Honey) का उत्पादन भी दोगुना हो गया है।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत को विकसित देश बनने के लिए हर क्षेत्र में लगातार सुधार की आवश्यकता है और देश की सोच अब केवल कुछ उपलब्धियों पर संतोष नहीं करती।
उन्होंने कहा कि जब वंचितों को प्राथमिकता दी जाती है और पिछड़े क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, तो परिणाम आश्चर्यजनक होते हैं। आज Aspirational Districts में मातृ मृत्यु दर कम हुई है, बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर हुआ है और शिक्षा का स्तर बढ़ा है।
उन्होंने आगे कहा कि इन जिलों के प्रदर्शन कई अन्य जिलों से बेहतर हैं। इसी मॉडल के आधार पर, हम अब कृषि में पिछड़े 100 जिलों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, ताकि वे अधिक विकसित जिलों के स्तर तक पहुंच सकें।
