नई दिल्ली. कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने पिछले विदेशी दौरों के दौरान कुछ सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया, ऐसा केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) ने गुरुवार को दावा किया। CRPF ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे पत्र में कहा कि राहुल गांधी कई बार आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन करने में विफल रहे हैं। इस पत्र की एक प्रति राहुल गांधी को भी भेजी गई, जिसमें कहा गया कि इस तरह की लापरवाहियों से वीवीआईपी सुरक्षा व्यवस्था की प्रभावशीलता कमजोर हो सकती है। इसलिए सुरक्षा एजेंसी ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष से अपील की कि वे भविष्य में विदेशी यात्राओं के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें।
राहुल गांधी को क्या सुरक्षा कवर मिला है?
राहुल गांधी को ‘Z+’ श्रेणी की सुरक्षा मिली है, जिसमें एडवांस्ड सिक्योरिटी लायजन (ASL) कवर भी शामिल है। उनके साथ हर समय 10 से 12 CRPF जवान रहते हैं। प्रोटोकॉल के तहत, राहुल गांधी के किसी स्थान पर जाने से पहले CRPF सुरक्षा कर्मी उस जगह का निरीक्षण करते हैं। ‘येलो बुक’ प्रोटोकॉल के अनुसार, ‘Z+’ सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति को अपनी यात्रा की पूरी जानकारी पहले से सुरक्षा कर्मियों को देनी होती है, लेकिन राहुल ऐसा नहीं कर रहे।
भाजपा ने राहुल और कांग्रेस पर साधा निशाना
शासन में मौजूद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे राहुल और कांग्रेस पर हमला करने का मौका माना। भाजपा का कहना है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने ‘येलो बुक’ प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ‘X’ पर कहा, “CRPF ने राहुल गांधी द्वारा सुरक्षा प्रोटोकॉल उल्लंघन की बात कही है। येलो बुक प्रोटोकॉल के तहत उच्च श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को अपनी यात्राओं, विशेषकर विदेश यात्रा, की पूर्व सूचना देना आवश्यक है ताकि सुरक्षा तैनात की जा सके। राहुल ऐसा नहीं करते।”
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी राहुल पर निशाना साधते हुए पूछा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष क्या छुपा रहे हैं। अपने ‘X’ पोस्ट में उन्होंने राहुल को “भारत के लोकतंत्र के लिए खतरनाक” कहा और लिखा, “विदेश यात्राओं के दौरान राहुल गांधी द्वारा सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन की CRPF द्वारा की गई रिपोर्ट गंभीर है। राहुल गांधी इन संदिग्ध विदेशी यात्राओं के दौरान किसके आदेश का पालन कर रहे हैं?”