रिकांगपिओ(किन्नौर). सरकारी डिपो के माध्यम से वितरित किये जा रहे आटे में रेत मिलने की शिकायत आई है. आटा में रेत आने से किन्नौर के कई सरकारी डिपो में पहुंच कर लोग आटा वापस कर रहे हैं मगर विभाग है कि इसकी छानबीन करने की बजाय आटा बदल कर गलती को छुपाने की कोशिश कर रहा है. आटे में रेत की मिलावट की खबर मीडिया तक पहुंचने से जिला खाद्य एंव आपूर्ति विभाग में भी हड़कम्प मच गया है.
इतनी बड़ी लापरवही कैसी हो सकती है
सवाल उठता है कि किन्नौर प्रशासन की देख-रेख में लोगों को वितरित होने वाले आटे में इतनी बड़ी लापरवही कैसी हो सकती है. लोगों का अंदेशा है कि विभागीय कर्मचारियों के मिलीभगत के कारण ही ऐसा संभव हो सकता है. वरना लोगों के स्वास्थ्य के साथ इस तरह से खिलवाड़ कर ऐसा आटा वितरण केंद्रों तक कैसे पहुंचाया जा सकता है.
सोसाईटी के कर्मचारियों ने लोगों को धमकाया
आटा में रेत की मिलावट का मामला जिला मुख्यालय रिकांगपिओं स्थित कोठी सोसाइटी में सामने आया. सोसाईटी से ख्बांगी निवासी कपिल नेगी सहित आस-पास के कई लोगों ने आटे का सर्दियों का कोटा लिया. उन्होंने घर पहुंच कर जब रोटी बनाई तो रोटी में रेत होनी की पुष्टि हुई. उन्होंने इस बात की शिकायत जिला खाद्य एंव आपूर्ति विभाग से की और स्थानीय लोगों ने मीडिया को भी जानकारी दी. लोगों ने बताया कि जब आटा वापिस करने कोठी सोसाईटी पहुंचे तो सोसाईटी के कर्मचारियों ने ही लोगों को धमकाया कि आप लोगों ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारी से क्यों की जबकि आप को सीधा सोसाईटी में आ कर आटा बदल लेना चाहिये था.
विभाग ने आटा का सैम्पल जांच के लिए शिमला भेज दिया
किन्नौर जिले के कई लोगों ने हिमाचल प्रदेश के नई सरकार से मांग उठाई की जिले में मिलावटी आटा बेचने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भाविष्य में लोगों के सेहत से खिलवाड़ न हो सके. किन्नौर के डीएफएससी इश्वर चंद ने कहा कि आटे में रेत की मिलावट की शिकायत के बाद लोगों ने आटा वापस किया है. विभाग ने आटा का सैम्पल जांच के लिए शिमला भेज दिया है. आटा में रेत की पुष्टि होती है तो हॉल मील मालिक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.