धर्मशाला. निर्वासित तिब्बत सरकार एवं केन्द्रीय तिब्बती प्रशासन ने आज जिला मुख्यालय धर्मशाला स्थित गंगचैन क्यशिंग में कशाग सचिवालय में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए एक संक्षिप्त समारोह का आयोजन किया. इस मौके पर कार्यवाहक अध्यक्ष एवं निर्वासित तिब्बत सरकार के केन्द्रीय धर्म और संस्कृति मंत्री कर्मा गेलिक युथोक ने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया। समारोह में कशाग सचिवालय के सदस्य और तिब्बती प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
कार्यवाहक अध्यक्ष एवं निर्वासित तिब्बत सरकार के केन्द्रीय धर्म और संस्कृति मंत्री कर्मा गेलिक युथोक ने कहा कि निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री डॉ लोब्सांग सांगे, वर्तमान में यूरोप के स्विट्ज़रलैंड की यात्रा पर होने के कारण उन्हें भारत के इस गौरवशाली राष्ट्र के 69 वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने पर गर्व है. वह भारत वासियों को अपनी और तिब्बती समुदाय की तरफ से 69 वे गणतंत्र दिवस के मौके पर शुभकामनाएं देते हैं. पिछले 69 वर्षों में भारत देश ने बहुत उपलब्धियां प्राप्त की हैं. उन्हें पूरा भरोसा है की आने वाले वर्षों में भी भारत देश बुलंदियों पर जायेगा उनकी यही प्रार्थना रहेगी. तिब्बती समुदाय के लोग भारत सरकार और भारतवासियों के बहुत आभारी हैं की इतने वर्षों तक उन्होंने दरियादिली से उनकी सहायता की है.
उन्होंने कहा जिस दरियादिली से भारतवासियों ने उनका सहयोग किया है. वह भी भारत सरकार और भारतवासियों का उसी तरह से कर्ज चुकाना चाहते हैं. उन्होंने कहा भारत 200 से अधिक वर्षों के लिए ब्रिटिश राज के अधीन रहा है. महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसे अपने नेताओं के अहिंसक प्रयासों के माध्यम से आजादी हासिल की है.
उन्होंने कहा “भारत का अहिंसक संघर्ष पूरे विश्व में स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए एक महान प्रेरणा रहा है. तिब्बती लोग भी ब्रिटिश शासन के लिए भारत के अहिंसक विरोध से बहुत प्रेरित हैं. उन्होंने कहा पिछले पचास वर्षों से पिछले तिब्बती निर्वासन समुदाय की मेजबानी करने के लिए भारत के लोगों और भारत के लोगों के प्रति उनके दिल से आभार व्यक्त किया.