बिलासपुर. झंडूता उप मण्डल के तहत आने वाली ग्राम पंचायत डमली के गांव धराडसानी के 6 परिवार एक साल से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. कई बार पंचायत प्रतिनिधियो को भी समस्या से अवगत करवाया गया. इसके साथ ही पानी के रख-रखाव के ठेकेदार को भी इस समस्या के बारे में बताया गया.
इसके बावजूद भी एक साल से विभाग के नलों से पानी की बूंद तक नहीं टपकी है. प्रभावित परिवार वालों ने अनुरोध किया कि झंडूता आई.पी.एच. के सब डिवीजन के द्वारा ग्राम पंचायत डमली में जिस ठेकेदार के पास पानी वितरण का कार्य सौंपा है उसके खिलाफ उचित कार्यवाही अमल में लायी जाये.
उधर विभाग के अधिशासी अभियंता अरविंद सूद ने इस बारे में जानकारी दी कि विभाग के पास इस गांव की पानी न मिलने की कोई शिकायत नहीं मिली है लेकिन इस बारे में सहायक अभियंता झंडूता को तुरंत समस्या हल करने के बारे सूचित कर दिया जायेगा.
उधर पंचायत प्रधान डमली प्रेमलाल चौधरी ने बताया कि धराडसानी के दलित परिवारों की ओर से पानी न मिलने की कोई भी शिकायत आज तक नहीं मिली है फिर भी समस्या का हल तुरंत करवा दिया जायेगा.
घुमारवीं भी पीने के पानी के लिये बेहाल
व्यवसायिक रूप से विकसित शहर घुमारवीं में पेयजल की समस्या ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. पेयजल की समस्या की बड़ी वजह है प्रशासन का लचर रवैया. यहां से गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग 103 को चौड़ा किया जा रहा है. इसे बनाने की रफ्तार बहुत धीमी है. हद तो तब हो गई जब सड़क चौड़ा करने के चक्कर में पानी की पाईप को ही तोड़ दिया गया. जिससे ग्राम पंचायत घुमारवीं व बकरोआ में पानी की सप्लाई खत्म हो गई है.
यह पंचायतें उपमंडल मुख्यालय से मात्र 3 से 4 किलोमीटर की दूरी पर हैं. इसके बावजूद पिछले 1 सप्ताह से लोग पानी की समस्या से परेशान हैं लेकिन पानी उपलब्ध कराने के लिये अभी तक विभाग की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है. जिसकी वजह से लोगों को काफी मंहगे दामों में पानी खरीद कर लाना पड़ रहा है.
ग्राम पंचायत बकरोआ के प्रधान प्रीतम सिंह चंदेल, घुमारवीं पंचायत के प्रधान गरजा राम और उपप्रधान किशोरी लाल शर्मा ने विभाग को शीघ्र पेयजल आपूर्ति करवाने की अपील की है. सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अधिकारी अरविंद सूद ने कहा कि शीघ्र पेयजल समस्या का समाधान किया जायेगा.