बड़सर (हमीरपुर). सामुदायिक अस्पताल भोटा में आपातकालीन सेवाएं बंद कर दी गई हैं. इस कारण लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. गौरतलब हो कि इस अस्पताल में करीब 12 पंचायतों से लोग उपचार करवाने आते हैं.
गांव मोरसु, डिडवीं टिक्कर, पाडवी, लोहडर, समताना, पाहलु, करेर, सौर, नधंन, अग्धार, साहनवी, ताल आदि के लोगों के उपचार के लिए भोटा में एक ही चिकित्सक डेपुटेशन पर आ रहे हैं. वहीं, महिला चिकित्सक भी छुट्टी पर हैं. भोटा अस्पताल में तीन मेडिकल ऑफिसर और स्टाफ नर्स के तीन पद सृजित हैं. जबकि यहां से दो स्टाफ नर्सों का तबादला कर कांगड़ा भेज दिया गया है.
लोगों ने कहा कि भोटा अस्पताल में लगभग छह महीनों से मात्र एक ही महिला चिकित्सक सेवाएं रही थी. वहीं अब मात्र नौ से चार बजे तक सात घंटे ही अस्पताल में मरीजों को सेवाएं मिल रही हैं.
फिलहाल मरीजों को दाखिल तक नहीं किया जा रहा है. चार बजते ही अस्पताल के मेन गेट को बंद हो जाता है. वहीं मरीजों को हमीरपुर अस्पताल रेफर किया जा रहा है.
लोगों ने कहा कि प्रदेश सरकार करीब एक साल से भोटा अस्पताल में चिकित्सकों व स्टाफ नर्सों के पद तक नहीं भर सकी है. वहीं अब लोगों ने निजी अस्पतालों का रुख कर लिया है. स्थानी निवासी पवन, संजीव, देवराज, अशोक, जीवन, अजय, संजय, मनोज, सन्नी, कमल दुग्गल, राजीव, जुगल किशोर ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार ने जल्द पद नहीं भरे तो लोग चक्का जाम करेंगे.