हमीरपुर. कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहे किसान और बागबानों को फसल की चिंता सता रही है. बारिश न होने से सूखी ठंड ने भी जोर पकड़ लिया है. जिससे हमीरपुर के लोगों को सर्दी, जुखाम और बुखार से जूझना पड़ रहा है. कुल मिलाकर मौसम की मार से किसान से लेकर आम आदमी भी परेशानी के दौर में है.
गौरतलब है कि जिला में ज्यादातर किसान गेहूं की खेती करते हैं. गेहूं की बुआई के लिए 15 नवंबर तक समय बहुत ही अनुकूल रहता है, लेकिन बारिश न होने के चलते किसान की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है. अधिकांश किसानों ने खेतों की बुआई के लिए बीज और खाद खरीद कर रख ली है. आसमान में बादल तो छाए हैं, परंतु बारिश की फुहारें न गिरने से किसान वर्ग बहुत ही चिंतित है. हालांकि जिला भर के हिस्सों में बारिश की कुछ बूंदें तो पड़ी, परंतु इन बूंदों से जमीन की परत भी गीली नहीं हो पाई है.
किसान अमित कुमार और विजय कुमार ने बताया कि अगर समय रहते बारिश न हुई तो ऐसे में खेतों की बुआई और भारी भरकम खर्च कर खरीदा गया बीज खेतों के सूखने से खराब हो जाएगा. बारिश ना होने से खेत पुरी तरह से सुख गए है. अगर जल्द बारिश ना हुई तो दोबारा से बिजाई करनी पड़ सकती है. उन्होंने कहा कि बारिश की कमी के चलते पिछले साल भी फसल कम हुई थी और उन्हें काफी नुकसान हुआ था.