मंडी. हिमाचल के केंद्र में स्थित मंडी जिले के सियासी संग्राम में अब 58 योद्धा चुनावी मैदान में डट गए हैं। वीरवार को नाम वापस लेने के अंतिम दिन मंडी जिला से पांच उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र वापिस ले लिए हैं।
भाजपा ने किया डैमेज कंट्रोल
टिकटों के आवंटन को लेकर बागियों की नाराज़गी अब थमने लगी है। भाजपा ने मंडी जिला में डैमेज कंट्रोल कर लिया। लेकिन कांग्रेस अभी तक इस मुश्किल से पार पाती नहीं दिख रही है। कांग्रेस ने दस में से चार सीटों पर नये लोगों को उतारा है।
द्रंग की जंग में ठाकुरों के बीच
कांग्रेस की मजबूत सीट द्रंग में पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्ण ठाकुर ने स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करते हुए आजाद प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया।
पूर्ण चंद के मैदान में डटे रहने से द्रंग की जंग अब रोचक हो गई है। यहां पर तीन ठाकुरों के बीच अब वर्चस्व की जंग होने जा रही है। वहीं पर नाचन विधान सभा क्षेत्र से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और मुख्यमंत्री के खास रहे टेकचंद डोगरा का टिकट कट जाने से वे खफा हो गए। जिसके चलते उनके बेटे संजू डोगरा ने आजाद प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरा था।
नाचन का हाल
वहीं नाचन से कांग्रेस में टिकट के एक और दावेदार दामोदर सिंह ने भी आजाद प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन भरा था। लेकिन दोनों ने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में नाम वापस ले लिया है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मदन चौहान ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए भरे गए नामांकन पत्र वापिस लेने के अंतिम दिन वीरवार को 5 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र वापिस लिए हैं। अब जिला मंडी के दस विधानसभा क्षेत्रों से 58 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
इन्होंने लिए नाम वापस
सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार राजेन्द्र सूर्यवंशी, सुंदरनगर क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार सुरेश कुमार, करसोग से आजाद उम्मीदवार निर्मला देवी तथा नाचन विधानसभा क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार संजू डोगरा तथा दामोदर सिंह ने अपना नामांकन पत्र वापिस लिया है।