शिमला: हिमाचल विजिलेंस ने जूनियर ऑफिसर असिस्टेंट पोस्ट कोड 817 के पेपर लीक मामले 10 लोगों पर हमीरपुर थाना में FIR दर्ज की है. इनकी परीक्षा भी हिमाचल प्रदेश स्टाफ सिलेक्शन कमीशन द्वारा ली गई थी. विजिलेंस ने पेपर लीक के पर्याप्त सबूत मिलने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत हमीरपुर विजिलेंस थाना हमीरपुर में मामला दर्ज कर दिया है.
पेपर लीक मामले की जांच कर रही SIT ने इस मामले में HPSSC के पूर्व सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर सहित निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद, दो चपरासी किशोरी लाल, मदन लाल और दलाल संजीव कुमार समेत कुल 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
1.07 लाख अभ्यर्थियों ने दी थी परीक्षा
चयन आयोग ने भंग होने से पहले वर्ष 2020-21 में पोस्ट कोड 817 JOA-IT के तहत 1756 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे. इनमें से 1.07 लाख अभ्यर्थियों ने इन पदों के लिए आवेदन किया था. इसके बाद 21 मार्च 2021 को लिखित परीक्षा, 15 जुलाई से लेकर 2 मार्च 2022 तक टाइपिंग टेस्ट का आयोजन किया. 4,332 अभ्यर्थियों को 15 अंकों की मूल्यांकन परीक्षा के लिए चयनित किया गया था.
जचयन आयोग मामले में कब-कब क्या हुआ
01 अगस्त से 31 अगस्त 2022 तक चयन आयोग के कार्यालय में मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया गया, लेकिन विजिलेंस जांच के कारण अभी तक रिजल्ट का घोषित नहीं हुआ. अब SIT ने IPS (भारतीय दंड संहिता) की धारा 406, 409, 420, 120 बी और PC एक्ट के तहत इस मामले में केस दर्ज किया है.
6 अलग-अलग FIR में 20 लोगों पर FIR
खास बात यह है कि डॉ. जितेंद्र कंवर और ऊमा आजाद का नाम तकरीबन सभी लीक हुए पेपर में सामने आ रहा है. भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में अभी तक कुल 7 विभिन्न मामले दर्ज हो चुके हैं. छह विभिन्न FIR में कुल 20 लोग नामजद है. इनमें से 13 आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है. 7 अभी तक न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं.