शिमला(ग्रामीण). हिमाचल के बहुचर्चित फोन टैपिंग मामले में आरोपी पूर्व डीजी पुलिस आईडी भंडारी को आखिरकार कोर्ट से राहत मिल गई. भंडारी इस मामले में अब सेशन कोर्ट से बरी हो गए हैं. सत्र न्यायालय से बरी होने के बाद भंडारी ने पत्रकारों से बात की उन्होंने कहा कि उन्हें झूठे केस में फंसाया गया था.
पूर्व डीजीपी ने कहा कि जिन लोगों के कारण उन्हें इतनी बदनामी झेलनी पड़ी, वह उन्हें नहीं छोड़ेंगे. ऐसे अफसरों पर अब वह मानहानि का दावा करने वाले है. उन्होंने सीएम वीरभद्र सिंह पर भी निशाना साधा. कहा कि सीएम ने भी उनके खिलाफ कई बयान दिए. इसके खिलाफ भी वे कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रहे है.
भंडारी ने कहा कि सत्ता में आते सरकार ने जो दावा किया कि पिछले कार्यकाल में अवैध तरीके से लोगों के फोन टैप किए गए हैं, वो गलत था. किसी के भी अवैध तरीके से फोन टैप नहीं किए गए. जांच में अब सबके सामने भी यह बात आ चुकी है. कहा कि सिर्फ दो लोगों के ही फोन टैप हुए थे जबकि सरकार ने पहले सैंकड़ों फोन टैप होने का दावा किया था.