नई दिल्ली. केंद्रीय खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय के द्वारा के पांच अगस्त को ग्रामीण के युवाओं के लिए दिल्ली में ग्रामीण मैराथन का आयोजन किया. इस मैराथन में 11000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया.
अर्जुन अवार्ड से सम्मानित बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने दिल्ली के निजामपुर गाँव में मैराथन को हरी झंडी दिखाकर इस मैराथन को प्रारंभ किया. इस मैराथन को लेकर उन्होंने कहा कि यह सरकार के द्वारा अनूठी पहल है जिससे ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को आगे आने का मौका मिलेगा. इस मैराथन में पुरुष और महिलाओं की दो श्रेणियों रखी गई थी.
इस मौके पर खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा कि देश में अधिकतर खिलाड़ी आदिवासी या ग्रामीण क्षेत्र से ही आते हैं और मंत्रालय का मकसद है की ऐसे प्रतिभाओं को अच्छी से अच्छी सुविधाएं प्रदान कि जाए ताकि उन्हें आगे बढ़ने का मौका मिले. वहीं आगे के इस तरह के आयोजन किये जायेंगे ताकि खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिले और वे देश का प्रतिनिधित्व कर सकें.
इस मैराथन में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले धावकों को 21000 ,11000 और 5000 रुपए की इनामी राशि दी गई.