रांची. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि लघु एवं कुटीर उद्यम बोर्ड के अंतर्गत जिला व प्रखंड समन्वयक रखे गये हैं. प्रखंड समन्वयक, ग्राम समन्वयकों के साथ तालमेल बनाकर काम करें. गांव की महिलाएं तथा गरीब व्यक्ति की रूचि किस कार्य में है, इसे सूचीबद्ध करें. उन्होंने कहा कि वनोपज, हस्तकला, मधुमक्खी पालन, गाय-बकरी पालन आदि को बढ़ावा देकर हम गांव से गरीबी को समाप्त कर सकते हैं. सरकार इसी दिशा में तेजी से काम कर रही है. वे शुक्रवार को झारखंड मंत्रालय में लघु एवं कुटीर उद्यम बोर्ड की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
नौ जिलों में मधुमक्खी पालन की संभावना
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नौ जिलों में मधुमक्खी पालन की काफी संभावना है. इन जिलों में प्रोसेसिंग यूनिट बनायी जायेगी. इसी प्रकार लाह का अधिक-से-अधिक उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करें. हस्तकला की मार्केटिंग के लिए ब्लॉक स्तर पर हाट, शहरों में अरबन हाट और पर्यटन स्थलों में टूरिस्ट हाट बनाये जाएंगे. इसके अलावा कंबल, स्कूल ड्रेस आदि बनाने का काम भी बोर्ड से जुड़ी महिलाओं को दिया जायेगा. इनको जरूरत के अनुसार कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जायेगा.
जुनून के साथ काम करें प्रखंड समन्वयक
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस काम को करने के लिए जिला और प्रखंड समन्वयकों को जुनून, समर्पण और ईमानदारी से काम करने की जरूरत है, ऐसा करके हम गरीबों के चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं, जो ईश्वर के आशीर्वाद से कम नही है.
बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार बर्णवाल, उद्योग निदेशक के. रविकुमार, झारक्राफ्ट के प्रबंध निदेशक श्री दीपांकर पांडा मौजूद रहे.