शिमला. हिमाचल का ऑर्गेनिक किन्नौरी सेब अब पहली बार मंडी में किलो के हिसाब से बिकेगा. इस सीजन सेब को किलो के हिसाब से खरीदने के लिए कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) किन्नौर और शिमला जिला किन्नौर की टापरी मंडी में यह व्यवस्था लागू की जा रही है.
क्रेट के अनुसार अब नहीं होगी किन्नौरी सेबों की खरीदी
बागवानों को पहले पैसे सेब के वजन के हिसाब से नहीं मिलते थे बल्कि अब तक यह क्रेट के हिसाब से बिकते थे. बागवान पहले 20 किलो की एक क्रेट में 25 से 28 किलो सेब भरकर लाते थे, लेकिन उन्हें दाम सिर्फ 20 किलो के हिसाब से ही मिलता था. जिसके कारण बागवानों को पांच से आठ किलो प्रति पेटी सेब का नुकसान उठाना पड़ता था. इस व्यवस्था के आने के बाद अब बागवनों को यह नुकसान नहीं होगा.
किन्नौर का सेब सबसे ज्यादा रसीला, गहरे लाल रंग का और आकार में लंबा होता है
किन्नौर के निचले इलाकों में 15 अगस्त के बाद से सेब की फसल तैयार हो जाती है. किन्नौर का सेब सबसे ज्यादा रसीला, गहरे लाल रंग का और आकार में लंबा होता है. किन्नौर में हर साल 25 से 30 लाख पेटी सेब उत्पादन होता है. किन्नौर के ऑर्गेनिक सेबों की मंडी में काफी मांग रहती है. पिछली साल सेब के सीजन में किन्नौर की टापरी मंडी में 4,53,000 पेटी सेब की खरीदी हुई थी.
टापरी मंडी में किलो के हिसाब से सेब खरीद शुरू
किन्नौर की टापरी मंडी में किलो के हिसाब से सेब खरीद शुरू करने का फैसला बागवानों के लिए फायदेमंद होगा. नरेश शर्मा, चेयरमैन, एपीएमसी शिमला एवं किन्नौर ने बताया की इस व्यवस्था को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने को लेकर मार्केटिंग बोर्ड के एमडी, एपीएमसी के सचिव और टापरी मंडी आढ़ती एसोसिएशन की बैठक हो चुकी है.