शिमला. हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को मौसम विभाग ने बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया है. वहीं पहली मार्च को प्रदेश के कई जिलों में बारिश-बर्फबारी व ओलावृष्टि को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने हालांकि सोमवार को भी बारिश बर्फबारी की संभावना जताई थी, लेकिन सोमवार को मौसम विभाग का पूर्वानुमान खाली गया.
ऊना का पारा फिर 32 के पार
सोमवार को प्रदेश में दिन भर धूप खिली रही. धूप खिलने से प्रदेश के तापमान में फिर से बढ़ोत्तरी देखी गई है. ऊना जिला फिर से 32 डिग्री को पार कर गया है. सोमवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान भी ऊना जिला में ही दर्ज किया गया. यहां का अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. इसके अलावा राजधानी शिमला में अधिकतम तामपान 16.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. शिमला के अधिकतम तामपान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है.
अधिकतम तापमान वाले क्षेत्र
इसके अलावा सुंदरनगर में 27.0 डिग्री, भुंतर में 24.6 डिग्री सेल्सियस, कल्पा में 13.2, धर्मशाला में 25, नाहन में 25.9, केलोंग में 4.2, सोलन में 24, मनाली में 15.0, कांगड़ा में 26.7, मंडी में 27, बिलासपुर में 29, हमीरपुर में 26.6, कुफरी में 11.4, बरठीं में 28.2, धौलाकुआं में 26.7, सिओबाग मे 19.7 और डलहौजी में 13.6 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है.
हिमाचल प्रदेश में अभी तक पूरे विंटर सीजन के दौरान काफी कम बारिश-बर्फबारी हुई है. इसके कारण किसानों बागबानों के लिए खतरा पैदा हो चुका है. बढ़ते तापमान के कारण समय से पहले गर्मी बढने लगी है. जल स्रोतों में पानी अभी से ही कम होने लगा है. तापमान बढने के कारण जमीन से नमी समाप्त हो रही है. कई क्षेत्रों में किसानों की फसलें सूखे के कगार पर आ गई हैं. वहीं बागबानी पर भी बदलते मौसम का प्रभाव पड़ रहा है.