नई दिल्ली. डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय में चल रहा तलाशी अभियान रविवार को पूरा हो गया. तलाशी के दौरान कई बड़े और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. डेरा के अंदर स्किन बैंक, ब्लड बैंक और बोन बैंक मिले हैं.
होती थी शवों की ख़रीद-फ़रोख्त
डेरे में अवैध तरीके से स्किन बैंक चलाए जा रहे थे और अंगदान के नाम पर शवों की ख़रीद-फ़रोख्त की जाती थी. अंगदान की आड़ में शवों और अंगों को रिकॉर्ड में दर्ज किए बगैर दूसरे अस्पतालों को मुहैया कराया जाता था. हरियाणा सरकार के पीआरओ सतीश मेहरा ने बताया कि अंगदान से जुड़े दस्तावेज़ न होने के चलते डेरा के अस्पताल के ख़िलाफ़ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा.
वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा की गई जाँच में पाया गया कि डेरे के अंदर मरे 14 अनुयायियों के शव लखनऊ के एक निजी मेडिकल कॉलेज में अवैध तरीके से भेजे गए हैं. इन शवों के साथ न तो डेथ सर्टिफिकेट था और न ही सरकारी अनुमति पत्र. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
डेरे के ख़िलाफ़ कानूनी लड़ाई लड़ रहे वकील लेखराज का दावा है कि अगर भेजे गए 14 शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जाए तो उसमे से किडनी, लीवर जैसे अंग गायब मिलेंगे. इससे साफ़ ज़ाहिर है कि अस्पताल से अवैध तरीके से अंगों की तस्करी की जाती थी.
अवैध गर्भपात क्लीनिक
डेरे के अंदर अवैध गर्भपात क्लीनिक भी चलाया जा रहा था. जो कि मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ़ प्रेग्नेंसी एक्ट का उल्लंघन करता है. इन सभी मामलों के संबंध में मुकदमा दर्ज किया जाएगा.