नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को स्विट्जरलैंड के शहर दावोस में विश्व व्यापार मंच यानी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का आयोजन में शरीक होंगे. पीएम मोदी 1997 के बाद इस प्रतिष्ठित वैश्विक व्यापारिक सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे. वही कयास लगाया जा रहा है कि इस सम्मेलन में मोदी डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकत कर सकते हैं.
दावोस सम्मेलन में इससे पहले 1997 में अपने छोटे कार्यकाल के दौरान देवेगौड़ा इस सम्मेलन में शामिल हो चुके हैं. नरसिम्हा राव 1994 में इस सम्मेलन में शामिल होने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री थे. मोदी दो दिवसीय यात्रा पर 22 जनवरी को स्विट्जरलैंड जाएंगे, जहां वह विश्व आर्थिक मंच के पूर्ण सत्र में अहम भाषण देंगे.
वहीं सूत्रों के हिसाब से माना जा रहा है कि इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हो सकती है. जहां ट्रंप कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए रजामंदी दे चुके हैं तो वहीं पीएम मोदी भी 22 जनवरी को दावोस में विश्व आर्थिक मंच को संबोधित करेंगे.
इस सम्मलेन की थीम ‘‘क्रिएटिंग ए शेयर्ड फ्यूचर इन ए फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ होगा. दावोस में होने वाली डब्ल्यूईएफ की इस बैठक को अभी दुनिया में आर्थिक गतिविधियों का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है। इस बार 60 देशों के राष्ट्राध्यक्ष, जबकि 350 राजनीतिक नेता इसमें हिस्सा लेंगे. हर देश इस सम्मेलन के जरिये अपनी निवेश के अनुकूल छवि पेश करने की कोशिश करता है.