श्री नैना देवी (बिलासपुर). लोग डूबते हैं तो समुंदर को दोष देते हैं मंजिल ना मिले तो किस्मत को दोष देते हैं, खुद तो सम्भल कर चलते नहीं जब लगती है ठोकर तब पत्थर को दोष देते हैं. यही बात एनटीपीसी कॉल डैम परियोजना में एक स्टीमर को अनलोड करते वक्त घटी घटना में हाईड्रा ऑपरेटर पर दोषारोपण हो रहा है.
वर्करों ने घायल हाईड्रा ऑपरेटर को बचा लिया
शुक्रवार को दोपहर के समय एनटीपीसी ने मुंबई से लाए गए स्टीमर को मजदूर व हाईड्रा ऑपरेटर डैम में उतार रहे थे कि अचानक हाईड्रा चालक से कमांड असंतुलित हो गई. इसी वक्त हाईड्रा मशीन के नजदीक एक व्यक्ति ने अपनी सूझ बूझ से डैम में छलांग लगा दी अपनी जान बचा ली. इस हादसे में मशीन समेत अंदर कार्य कर रहा हाईड्रा ऑपरेटर पानी में डूब गया. लेकिन मौजूद वर्करों ने घायल हाईड्रा ऑपरेटर को बचा लिया.
घायल हाईड्रा ऑपरेटर जोध सिंह को तुरंत एनटीपीसी अस्पताल ले गए. हाईड्रा ऑपरेटर इस हादसे से घबरा गए थे. लेकिन अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है.इस दौरान स्टीमर के पिछले भाग को भी नुक्सान पंहुचा. हादसे के उपरान्त परियोजना के आला अधिकारी हाईड्रा ऑपरेटर को दोष दे रहे है. बहेतर होता की परियोजना के दक्ष इंजीनियर स्टीमर को अनलोड करने के लिए एक तरीके से शेडूअल बनाते तो ये घटना नहीं घटती.