नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को Namibia की संसद (Namibian Parliament) को संबोधित करते हुए India-Namibia relations की मजबूती और भविष्य की दिशा पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने ऐतिहासिक पलों की याद दिलाते हुए बताया कि भारत ने नामीबिया की आज़ादी से पहले भी उसका समर्थन किया, और SWAPO (South West Africa People’s Organization) के संघर्ष में उसका साथ दिया। मोदी ने कहा कि भारत के लोग नामीबिया के स्वतंत्रता संग्राम में आपके साथ गर्व से खड़े थे। SWAPO का पहला विदेशी डिप्लोमैटिक ऑफिस नई दिल्ली में ही खोला गया था।
Namibia में भारत की UPI तकनीक: डिजिटल कनेक्शन की नई मिसाल
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी घोषणा की कि Namibia अब भारत की UPI (Unified Payments Interface) Technology को अपनाने वाला पहला अफ्रीकी देश बन गया है। उन्होंने कहा कि अब लोग ‘टांगी उनेने’ कहने से भी पहले पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि यह Digital Inclusion नामीबिया के ग्रामीण और दूरदराज़ इलाकों तक पहुँचेगा। उदाहरण देते हुए बोले कुनेने की एक बुज़ुर्ग हिम्बा महिला हो या कटुतुरा का दुकानदार—सब अब सिर्फ एक टैप से डिजिटल बन जाएंगे, वो भी Springbok से तेज़।
व्यापार और क्रिकेट: पीएम मोदी का Symbolic Comparison
पीएम मोदी ने बताया कि India-Namibia Bilateral Trade अब 800 मिलियन डॉलर (80 करोड़ USD) के पार हो चुका है। इस उपलब्धि को Cricket Metaphor से समझाते हुए उन्होंने कहा कि हम अभी तो तैयारी कर रहे हैं, वार्मअप कर रहे हैं… आगे और तेज़ी से रन बनाएंगे।
स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि और स्थायी मित्रता का संदेश
प्रधानमंत्री ने Namibia के पहले राष्ट्रपति Sam Nujoma और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने भारत की ओर से सम्मानित किए गए Lieutenant General Diwan Prem Chand की शांति प्रयासों को भी याद किया, जो UN Peacekeeping Mission का हिस्सा रहे।
Modi ने “Order of the Most Ancient Welwitschia Mirabilis” सम्मान के लिए धन्यवाद कहा और इसे दोनों देशों के स्थायी रिश्ते का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “जैसे आपका राष्ट्रीय पौधा वेल्वित्चिया मिराबिलिस समय के साथ और मजबूत होता है, वैसे ही हमारी दोस्ती भी समय की कसौटी पर खरी उतर रही है।”