नई दिल्ली. अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने संकेत दिया है कि India-US Trade Agreement को अंतिम रूप देने में अब अधिक समय नहीं लगेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि नई दिल्ली और वॉशिंगटन ने एक ऐसा common ground” खोज लिया है जो दोनों देशों के हित में है। यह बयान उस समय आया है जब इस सप्ताह नई दिल्ली में अंतिम दौर की इन-पर्सन वार्ता होनी है। रविवार को USISPF (U.S.-India Strategic Partnership Forum) के आठवें संस्करण में बोलते हुए लुटनिक ने कहा कि मुझे लगता है कि अब हमें वह स्थिति मिल चुकी है जहां दोनों देशों को mutual benefit होगा। आप बहुत जल्द इस Trade Agreement की घोषणा की उम्मीद कर सकते हैं।
“Early Deal is Advantageous”: भारत को जल्द समझौते का लाभ उठाने का अवसर
लुटनिक ने इशारा किया कि जो देश जल्दी व्यापार समझौता करते हैं, उन्हें बेहतर शर्तें मिलती हैं। उन्होंने खास तौर पर कहा कि 4 जुलाई से पहले जो देश अपने व्यापार सौदे को फाइनल कर लेंगे, उनके लिए conditions बेहतर होंगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार भारत और अमेरिका दोनों के पास right negotiators हैं, जिसकी वजह से बात आगे बढ़ पाई है।
भारत भी दिखा रहा है उत्साह: Preferential Market Access पर फोकस
भारत सरकार ने भी इस संभावित समझौते को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया है। Commerce & Industry Minister पीयूष गोयल ने फ्रांस में मीडिया से कहा कि भारत और अमेरिका दोनों प्रतिबद्ध हैं कि अपने-अपने व्यापारियों को preferential access दिया जाए और bilateral trade को next level पर ले जाया जाए।
भारत इस समझौते के जरिए टैरिफ रियायतें, प्रौद्योगिकी सहयोग और investment opportunities बढ़ाने पर जोर दे रहा है।
India-US Trade Deal: क्या है इसका Structure और Long-Term Goal?
इस द्विपक्षीय व्यापार समझौते की घोषणा सबसे पहले फरवरी 2025 में पीएम नरेंद्र मोदी और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने की थी। यह समझौता multi-sectoral trade cooperation पर आधारित है और इसका पहला चरण सितंबर या अक्टूबर 2025 तक finalize हो सकता है।
वर्तमान व्यापार (bilateral trade) को 2030 तक $191 billion से बढ़ाकर $500 billion तक ले जाना टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग, फार्मा, और एग्रीकल्चर सेक्टर में deepened cooperation Indian exports पर लगे 26% reciprocal tariffs से अमेरिका द्वारा छूट दिलवाना Trade Delegation in Delhi:
एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल फिलहाल New Delhi में मौजूद है और उम्मीद है कि जून के अंत तक इस trade deal के अंतरिम प्रारूप को final कर लिया जाएगा।
India-US Trade Agreement से संभावित फायदे:
भारत को लाभ अमेरिका को लाभ निर्यात क्षेत्र टैरिफ कम होने से निर्यात बूम कम लागत वाली वस्तुओं तक पहुंच टेक ट्रांसफर उन्नत तकनीक का उपयोग सामरिक आउटसोर्सिंग निवेश एफडीआई प्रवाह तेजी से भारत में स्थिर बाजार पहुंच फार्मा और कृषि अमेरिकी बाजार क्षेत्र पहुंच कच्चे माल स्रोत सुझाई गई जिज्ञासा-प्रेरित हेडलाइंस (एसईओ अनुकूलित): भारत-अमेरिका व्यापार डील जल्द ही फाइनल: भारत को बड़ी आर्थिक राहत मिल सकती है फास्ट ट्रैक पर भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: निर्यात और टैरिफ में बड़े बदलाव होंगे अमेरिकी वाणिज्य सचिव ने दिए संकेत: जून में क्या होगा फाइनल।
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