नई दिल्ली. भारतीय नौसेना की ताकत में एक और आधुनिक युद्धपोत (Warship) का इज़ाफा हो गया है। ‘INS Udaygiri’, जिसे Project 17A Frigates के तहत मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने तैयार किया है, अब Indian Navy Fleet का हिस्सा बन चुका है। यह Made in India warship न सिर्फ तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) की रणनीति का मजबूत उदाहरण भी है।
उदयगिरि: Shivlik Class का मॉडर्न वर्जन और Nilgiri Series का हिस्सा
INS Udaygiri दरअसल Nilgiri Class Frigate का दूसरा जहाज़ है, जिसे multi-mission blue water operations के लिए डिजाइन किया गया है। यह Shivalik Class Warship का उन्नत संस्करण माना जा रहा है। इस जहाज़ का निर्माण महज 37 महीनों में पूरा किया गया, जो भारतीय नौसेना के लिए एक रिकॉर्ड उपलब्धि है।
INS Udaygiri की प्रमुख विशेषताएं (Key Features):
Supersonic Missile System: यह 8 ब्रह्मोस मिसाइलों (BrahMos Missiles) से लैस है, जो सतह से सतह पर सटीक और तेज़ वार करने में सक्षम हैं।
Barak Missile System: हवा से आने वाले खतरे से निपटने के लिए यह Barak मध्यम दूरी की मिसाइल प्रणाली से सुसज्जित है।
Stealth Technology: इसकी डिजाइन इस प्रकार की गई है कि यह दुश्मन के रडार (Radar Evasion) की पकड़ से बाहर रहे।
Naval Guns: इसमें 76mm नौसैनिक तोप, 30mm और 12.7mm की Close-in Weapon Systems लगी हैं।
Anti-Submarine Warfare (ASW): वरणास्त्र और अंतिम जैसे submarine rocket launchers इसको पानी के भीतर के खतरों से निपटने में मदद करते हैं।
Helicopter Capability: Sea King और MH-60R हेलिकॉप्टर्स की भी तैनाती की जा सकती है।
INS Udaygiri के तकनीकी स्पेसिफिकेशन
वजन: 6600 टन
लंबाई: 142.5 मीटर
चौड़ाई: 16.9 मीटर
अधिकतम रफ्तार: 52 किमी/घंटा
Design & Sensors: भारत में निर्मित अत्याधुनिक सेंसर और surveillance systems लगे हैं।
75% Indigenous Equipment: स्वदेशी निर्माण की मिसाल
INS Udaygiri में लगे 75% उपकरण और सिस्टम Indian Defence Companies द्वारा निर्मित हैं। इससे यह Made in India Naval Frigate न केवल तकनीकी रूप से उन्नत बनता है, बल्कि यह भारत की रक्षा स्वावलंबन नीति (Defence Self-Reliance) को भी आगे बढ़ाता है।
Indian Navy की आगे की रणनीति
INS Udaygiri के अलावा आने वाले वर्षों में नौसेना को कुल 20 Guided Missile Stealth Frigates मिलने वाले हैं, जो China और Pakistan जैसे समुद्री विरोधियों से निपटने में अहम भूमिका निभाएंगे।