नई दिल्ली. IRCTC Ticket Scam: रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। Indian Railway Catering and Tourism Corporation (IRCTC) ने एक बड़े Cyber Fraud Racket का भंडाफोड़ किया है, जो Fake User IDs और Automated Bots के जरिए टिकटिंग सिस्टम में सेंध लगा रहा था। इस रैकेट ने लाखों असली यात्रियों को कन्फर्म टिकट से वंचित कर दिया था।
1 मिनट में टिकट खत्म, यात्री परेशान – अब सामने आया सच
पिछले कई महीनों से यात्रियों की लगातार शिकायतें आ रही थीं कि जैसे ही IRCTC Booking Window Opens, वैसे ही मिनटों में टिकट खत्म हो जाते हैं – खासकर Tatkal Tickets। कई लोग लॉगइन करते ही टिकट न मिलने की शिकायत कर रहे थे। अब IRCTC की जांच में यह सामने आया है कि बुकिंग विंडो खुलने से पाँच मिनट पहले ही लगभग 2.9 लाख PNRs बनाए जा चुके थे, जो कि नियमों का खुला उल्लंघन है।
कैसे काम कर रहा था Ticket Booking Scam?
2.5 करोड़ Fake IRCTC User IDs तैयार की गईं
Bots और Automated Scripts की मदद से टिकट बुकिंग की जा रही थी
टिकट्स को फिर Unauthorized Online Platforms पर महंगे दामों में बेचा जाता था
Genuine यात्रियों के लिए Confirm Ticket Availability नामुमकिन बन गई थी
इस पूरे घोटाले में Professional Cyber Criminals शामिल थे, जो High-Speed Software Tools और बॉट्स का इस्तेमाल कर IRCTC के Official Timing से पहले ही टिकट बुक कर लेते थे।
क्या कदम उठाए गए हैं IRCTC और रेलवे की ओर से?
IRCTC और रेल मंत्रालय ने इस Ticket Scam Bust के बाद Anti-Bot Application लागू किया है जो बॉट्स और स्क्रिप्ट-बेस्ड बुकिंग को तुरंत डिटेक्ट और ब्लॉक करता है। साथ ही, Multiple Security Layers और रियल-टाइम मॉनिटरिंग के जरिए सिस्टम को सुरक्षित किया जा रहा है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस रैकेट में शामिल Cyber Agents के खिलाफ Legal Action लिया जा रहा है और फर्जी आईडी बनाने वालों की पहचान करके उन्हें ब्लैकलिस्ट भी किया जा रहा है।
त्योहारों में अब मिलेगी Confirm Ticket की राहत
इस साइबर सफाई अभियान से उम्मीद की जा रही है कि अब यात्रियों को खासकर Festive Season Train Booking के दौरान बड़ी राहत मिलेगी। Genuine users के लिए अब Confirm Tickets तक पहुंचना आसान होगा, और Indian Railways Ticket System पहले से ज्यादा पारदर्शी और निष्पक्ष होगा।