मंडी(करसोग). करसोग बाजार में जाम से निजात दिलाने वाले दोनो बाईपास ठण्डे वस्ते में चले गये. करसोग बाजार की सड़के गाड़ियों की संख्या बढ़ने के कारण इनका बोझ उठाने में सक्षम नही रही.
वाहनों की बढ़ती आवाजाही के कारण करसोग बाजार में हर दिन जाम की स्थिति बन जाती है. जिस कारण स्थानीय व्यवसाइयों, राहगीरों, स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं. कई मर्तबा रोगियों के वाहन भी 20 से 25 मिनट जाम में फंस जाते है. जिसमें रोगियों की जान का खतरा बन जाता है.
सरकार कई, हाल वही
कई सरकारें आईं लेकिन इस समस्या से कोई भी सरकार निजात नही दिला पाई है. हालांकि करसोग गैस एजेन्सी स्टोर व थाना होकर बाईपास सड़क बनाने का ढिंढोरा बड़े ज़ोर-शोर से पीटा गया, लेकिन दोनों बाईपासों में से एक भी बाईपास का निर्माण शुरू नही हो पाया. जिससे क्षेत्र की जनता ठगा सा महसूस कर रही है.
प्रधान व्यापार मण्डल करसोग नवीन गुप्ता, राकेश गुप्ता, चिरंजीलाल, सोनू गुप्ता आदि का कहना है कि दो-दो बाईपासों का ढिंढोरा पीटने से तो अच्छा था की एक ही बाईपास का निर्माण कर दिया होता. इससे करसोग बाजार में लग रहे जाम से राहत मिलती.
नहीं है पार्किंग की सुविधा
वहीं नगर पंचायत करसोग में आज तक वाहनों की पार्किग स्थल नही बन पाया. जिससे कुछ लोग करसोग बाजार में वाहन नही ला पाते, तो कुछ वाहनों को सड़क किनारे ही खड़ा कर देते है.
वैसे तो पुलिस व होमगार्ड के जवान मुस्तैदी से बाजार में अपनी सेवायें देने में तत्पर रहते है, बावजूद इसके जाम की स्थिति बन जाती है. जिससे निपटने के लिए इनको काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है.
करसोग के पूर्व विधायक व सीपीएस मनसा राम ने कहा कि न्यारा से बरल बाईपास की डीपीआर तैयार है. बस स्टैण्ड से थाने होकर बाईपास के टेंडर लगाये गये थे. जोकि औपचारिकता पूरी न होने के कारण रद्द हो गये थे. आचार संहिता के बाद काम शुरू करवाया जाएगा.