नई दिल्ली. झारखंड की सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने सोमवार को घोषणा की कि वह बिहार विधानसभा चुनावों में हिस्सा नहीं लेगी। JMM ने यह निर्णय अपनी सहयोगी पार्टियों, कांग्रेस और आरजेडी, द्वारा ‘राजनीतिक साजिश’ के तहत उसे सीटों से वंचित किए जाने के कारण लिया।
झारखंड में गठबंधन पर होगा पुनर्विचार
JMM के वरिष्ठ नेता सुदीव्य कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी झारखंड में कांग्रेस और आरजेडी के साथ अपने गठबंधन की समीक्षा करेगी और इस ‘अवहेलना’ का उचित जवाब देगी।
यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब हेमंत सोरेन की पार्टी ने दो दिन पहले ही कहा था कि बिहार में सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बनने के कारण वह सोलो चुनाव लड़ेगी और छह विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारेगी।
आरजेडी और कांग्रेस पर आरोप
राज्य पर्यटन मंत्री सुदीव्य कुमार ने स्पष्ट किया, “आरजेडी और कांग्रेस ने राजनीतिक साजिश के तहत JMM को चुनाव से वंचित किया। JMM इसका जवाब देगी और अपने गठबंधन की समीक्षा करेगी।”JMM ने बिहार चुनावों में भाग न लेने का किया ऐलान, कांग्रेस-आरजेडी पर लगाई ‘राजनीतिक साजिश’ की जिम्मेदारीआरजेडी और कांग्रेस पर आरोप
राज्य पर्यटन मंत्री सुदीव्य कुमार ने स्पष्ट किया, “आरजेडी और कांग्रेस ने राजनीतिक साजिश के तहत JMM को चुनाव से वंचित किया। JMM इसका जवाब देगी और अपने गठबंधन की समीक्षा करेगी।”
ज्ञात हो कि JMM ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वह छकाई, धमदाहा, कटोरिया, मनीहरी, जमुई और पीरपैंती विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इन सीटों पर मतदान का दूसरा चरण 11 नवंबर को होना है, और नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि सोमवार थी।