मंडी. चुनाव में अपनी मूछों पर हार-जीत की बाजी लगाने वाले केएस प्रेमी को अपना दसवां दांव हारना पड़ गया. प्रेमी ने मंडी सदर से कांग्रेस प्रत्याशी चंपा ठाकुर की जीत और भाजपा के अनिल शर्मा की हार पर शर्त लगाई थी. प्रेमी शर्त हार गए और आखिरकार उन्होंने अपनी मूछें छंटवा ही दीं.
नौ बार जीत चुके थे शर्त
75 वर्षीय किंकर सिंह प्रेमी शिक्षा विभाग में प्रोजेक्ट अफसर के पद से रिटायर हैं मगर राजनीति में उन्हें खासा दिलचस्पी है. चुनावों में वह कांग्रेस प्रत्याशियों की हार-जीत पर अपनी मूछों को दांव पर लगाते थे. नौ बार जीत चुके थे और 2017 के विधानसभा चुनाव में भी जीत का पूरा भरोसा करते हुए चंपा ठाकुर पर दांव खेला. मगर जनता के मन को कुछ और ही मंजूर था. जनता ने भाजपा प्रत्याशी को समर्थन दिया और केएस प्रेमी दसवीं बार बाजी नहीं जीत सके.
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अभी दो बार और लगाऊंगा दांव
केएस प्रेमी का कहना है कि मैंने प्रण किया है कि ग्यारह बार जीतने के लिए शर्त लगाऊंगा. अब 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए भी अपनी मूंछों को दाव पर लगाऊंगा और फिर इसके पश्चात 2023 में विधानसभा चुनाव में आखिरी बार जीतने वाले उम्मीदवार पर शर्त लगाऊंगा. वे कहते हैं कि मूंछ मर्द की शान है, सभी को मूंछ रखनी चाहिए.