कुल्लू. लाहौल-स्पीति में स्पीति घाटी के किब्बर में फिर बर्फानी तेंदुआ दिखाई दिया है. वन्य प्राणी विंग के एक अधिकारी ने बर्फानी तेंदुए को कैमरे में कैद किया है. घाटी में वन्य प्राणियों के शिकार पर ग्रामीणों द्वारा लगाए गए सामाजिक प्रतिबंध के सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं
किब्बर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का क्षेत्रफल 2200 वर्ग किलोमीटर
सात साल से बर्फानी तेंदुए पर शोध कर रहे वन्य प्राणी विंग स्पीति के रेंज ऑफिसर देवेंद्र चौहान ने शुक्रवार को इस वन्य जीव को किब्बर की वादियों में कैमरे में कैद किया. उनकी मानें तो स्पीति के साथ लाहौल में भी इस वन्य जीव की प्रजाति फल फूल रही है. स्पीति घाटी में किब्बर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का क्षेत्रफल 2200 वर्ग किलोमीटर है. कुल्लू को लाहौल से जोड़ने वाली पिन वैली की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी 675 वर्ग किलोमीटर है, जबकि चंद्रताल सेंचुरी 50 वर्ग किलोमीटर तक फैली है.
स्नो लेपर्ड अनुसंधान संस्थान स्पीति
स्पीति घाटी में बर्फानी तेंदुए सहित आइबैक्स, ब्लू शिप, ब्लैक व ब्राउन बीयर, बर्फानी लोमड़ी और मरमट भी पाए जाते हैं. प्रदेश सरकार विलुप्त होते वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए गंभीर है. स्नो लेपर्ड अनुसंधान संस्थान स्पीति में स्थापित किया गया है. ऐसा ही संस्थान लाहौल घाटी में भी स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे.