चिंतपूर्णी(ऊना). चिंतपूर्णी की धार बेल्ट में आम के पेड़ों के कटान के साथ अन्य पेड़ों की प्रजाति की भी बलि दी रही है. धर्मशाला महंता में पेड़ों को जान-बूझकर सुखाए जाने के आरोप लग रहे हैं. वहीं, स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने भी आम प्रजाति के पेड़ों के कटान पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
सरकार द्वारा आम प्रजाति के पेड़ों के कटान को खोलने के बाद इस क्षेत्र में धड़ाधड़ कटान जारी है. हर रोज तीन से पांच ट्रक आम के पेड़ की लकड़ी के भरकर जा रहे हैं. कुछ अन्य प्रजाति के पेड़ों को कुछ लोगों द्वारा जान-बूझकर सुखाया जा रहा है. धर्मशाला महंता में भी ऐसा मामला सामने आया है.
रासायनिक पदार्थ डालकर पेड़ को सुखाया जा रहा है
स्थानीय पंचायत प्रधान गुरमीत कौर ने आरोप लगाया है कि गांव में कुछ पेड़ों पर रासायनिक पदार्थ डालकर उन्हें सुखाया जा रहा है. इतना ही नहीं आम के पेड़ के साथ अन्य पेड़ों का कटान भी जारी है. स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि विजय सिंह, राकेश समनोल, वीना देवी, सुमन कुमारी, सतीश कुमार, राजेंद्र सिंह नंबरदार और कुलदीप सिंह ने आम प्रजाति के पेड़ के कटान पर सरकार से अतिशीघ्र प्रतिबंध लगाने की गुहार लगाई है. इन प्रतिनिधियों का कहना है कि आम के पुराने पेड़ों का इतनी मात्र में कटान किया गया है कि आने वाले वर्षो में क्षेत्रवासियों को चटनी के लिए भी आम खरीदने पड़ेंगे.