मंडी. मणिपुर में नक्सली हमले में शहीद हुए इंद्र सिंह का बुधवार को उनके पैतृक गांव पंडोह में पूरे सैनिक और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. शहीद के सात वर्षीय बेटे उदय सिंह ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी. हिमाचल के लाल को मंडी के पंडोह में भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.
परिवार का बुरा हाल
तिरंगे में लिपटा शहीद का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह करीब 9 बजे उनके घर पहुंचा. उनके शरीर को घर के आंगन में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. लेकिन क्षतविक्षत शव होने के कारण परिजनों को खोलकर नहीं दिखाया गया. इस दौरान परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था, सभी लोगों की आंखें नम थी.
राजनेता भी पहुंचे
घर पर अंतिम दर्शन करवाने के बाद शहीद की शवयात्रा शुरू हुई, जिसमें सांसद रामस्वरूप शर्मा, सदर के विधायक अनिल शर्मा, नाचन के विधायक विनोद कुमार और जिला परिषद अध्यक्ष चंपा ठाकुर सहित अन्य नेता और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. श्मशानघाट पर शव को पहले सलामी दी गई और मातमी धुन बजाकर शोक प्रकट किया गया.
नक्सलियों की कायराना हरकत से लोगों में आक्रोश
लोगों में नक्सलियों द्वारा की गई कायराना हरकत को लेकर भारी आक्रोश है. वहीं स्थानीय पंचायत ने शासन और प्रशासन से शहीद इंद्र सिंह के नाम पर इलाके में स्मारक बनाने की मांग उठाई. उधर, सांसद रामस्वरूप शर्मा और विधायक अनिल शर्मा ने शहीद की शहादत पर अपनी संवेदनाएं प्रकट की और सरकार की तरफ से पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया.