नई दिल्ली. गुजरात में MGNREGA (मनरेगा) घोटाला अब और गहराता जा रहा है। इस बहुचर्चित घोटाले में राज्य के कृषि एवं पंचायत राज्य मंत्री बच्चू खबाद के दूसरे बेटे किरण खबाद को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले उनके बड़े बेटे बलवंत खबाद को भी इसी मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक कुल 10 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और पुलिस के अनुसार ₹71 करोड़ का यह घोटाला कई लेयर में फैला हुआ है।
क्या है पूरा मामला?
दाहोद जिले में 2021 से 2024 के बीच मनरेगा के तहत सड़क निर्माण कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाई गईं। जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण (DRDA) की जांच में सामने आया कि कई सड़कें कागज़ों पर पूरी दिखा दी गईं, जबकि ज़मीन पर निर्माण हुआ ही नहीं। इसके बावजूद संबंधित एजेंसियों को भुगतान कर दिया गया।
मंत्री के बेटे और रिश्तेदारों का सीधा संबंध
बलवंत खबाद और किरण खबाद, दोनों पर देवगढ़बारिया और धनपुर तालुका में बिना बोली प्रक्रिया के निर्माण सामग्री की सप्लाई का आरोप है।
इन दोनों के नाम से जुड़ी दो कंपनियां—राज ट्रेडर्स और एनएल ट्रेडर्स—को बिना वैध कॉन्ट्रैक्ट के करोड़ों का भुगतान हुआ।
- पुलिस के मुताबिक, देवगढ़ बारिया में 28 एजेंसियों को ₹60.90 करोड़ और धनपुर में 7 एजेंसियों को ₹10.10 करोड़ दिए गए।
गिरफ्तार किए गए अन्य अधिकारी और कर्मचारी
किरण खबाद के साथ-साथ जिन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें शामिल हैं:
रसिक राठवा – तत्कालीन तालुका विकास अधिकारी (अब दाहोद के डिप्टी डीडीओ)
दिलीप चौहान – मनरेगा के सहायक कार्यक्रम अधिकारी
प्रतीक बारिया – योजना से जुड़े एक और कर्मचारी
इससे पहले गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में TDO, लेखाकार, ग्राम रोजगार सेवक और तकनीकी सहायक जैसे अधिकारी शामिल हैं।
FIR में क्या है आरोप?
DRDA के निदेशक बीएम पटेल की शिकायत पर दर्ज की गई FIR के अनुसार:
बिना टेंडर प्रक्रिया अपनाए ठेके दिए गए
कई परियोजनाओं के बिल उन कामों के लिए पास कर दिए गए जो वास्तव में अस्तित्व में ही नहीं थे
स्थानीय ग्रामीणों ने देवगढ़ बारिया के कुवा गांव में इन अनियमितताओं की शिकायत की थी
कांग्रेस ने SIT जांच की मांग दोहराई
कांग्रेस ने इस पूरे मामले को “राजनीतिक संरक्षण वाला संगठित घोटाला” बताया है और जनवरी में गठित अपनी फैक्ट रिसर्च कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर SIT (Special Investigation Team) की मांग की है।
आगे क्या?
किरण खबाद, जो पिछले सप्ताह से फरार थे, को वडोदरा-हलोल हाईवे से गिरफ्तार किया गया। अब सभी आरोपियों को मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि मामले की तह तक जाने के लिए और भी लोगों से पूछताछ की जाएगी।
MGNREGA Scam in Gujarat ने न सिर्फ सरकार की साख पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि ग्रामीण विकास योजनाओं की पारदर्शिता को लेकर भी गंभीर चिंता जताई है। मंत्री के दोनों बेटों की गिरफ्तारी ने मामला और भी संवेदनशील और राजनीतिक रूप से अहम बना दिया है। अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि क्या SIT गठित होगी या नहीं।