नई दिल्ली. ग्राहकों के लिए खुशखबरी, Mother Dairy ने मंगलवार को अपने सभी उत्पादों की कीमतों में कटौती की घोषणा की। यह बदलाव सरकार की नई GST 2.0 सुधारों के बाद लागू होगा और नए दाम 22 सितंबर से प्रभावी होंगे।
GST सुधारों के तहत कई आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स घटाया गया या पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। Mother Dairy के मुताबिक, अब कंपनी के सभी उत्पाद शून्य-टैक्स श्रेणी या न्यूनतम 5% स्लैब में आते हैं।
Mother Dairy के प्रबंध निदेशक मनीष बंडलिश ने कहा, “एक उपभोक्ता-केंद्रित संगठन के रूप में हम 100% टैक्स लाभ सीधे अपने ग्राहकों को दे रहे हैं।”
Mother Dairy GST छूट: क्या हुआ बदलाव?
Mother Dairy ने सरकार की नई GST 2.0 सुधारों के बाद अपने उत्पादों की कीमतों में कटौती की घोषणा की है। इससे पहले कई डेयरी उत्पादों पर 5% या उससे अधिक GST लागू था, लेकिन नए नियमों के तहत अधिकतर रोजमर्रा के आवश्यक सामान जैसे दूध, दही, पनीर और फ्लेवर्ड मिल्क अब या तो 0% टैक्स स्लैब में हैं या न्यूनतम 5% GST पर आए हैं।
Mother Dairy के प्रबंध निदेशक मनीष बंडलिश ने कहा कि कंपनी पूरी तरह उपभोक्ता-केंद्रित है और वह 100% टैक्स लाभ सीधे ग्राहकों को दे रही है। इसका मतलब है कि अब दूध और अन्य डेयरी उत्पादों के दाम पहले से कम होंगे।
नए दाम कब से लागू होंगे?
नई कीमतें 22 सितंबर 2025 से लागू होंगी। इससे रोजमर्रा के उपभोक्ताओं को तत्काल राहत मिलेगी। उदाहरण के लिए, दूध का दाम अब लगभग 2 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएगा।
कौन से उत्पादों पर असर होगा?
फुल क्रीम दूध
टोंड दूध
दही और छाछ
पनीर
फ्लेवर्ड मिल्क और फ्रोज़न डेयरी प्रोडक्ट्स
इन उत्पादों के नए दामों में ग्राहक सीधे टैक्स लाभ देख सकेंगे।
ग्राहक और अर्थव्यवस्था पर असर
ग्राहकों को फायदा: रोजमर्रा की खरीदारी में लागत कम होगी।
बेहतर पहुँच: छोटे परिवार और छात्र भी डेयरी उत्पाद आसानी से खरीद सकेंगे।
व्यापारिक दृष्टि: Mother Dairy जैसी कंपनियों का ब्रांड इमेज मजबूत होगा क्योंकि कंपनी टैक्स लाभ सीधे उपभोक्ता तक पहुंचा रही है।
Mother Dairy की पहल क्यों महत्वपूर्ण है?
GST कटौती के बाद Mother Dairy ने अपने ग्राहकों को लाभ पहुंचाने में पहल की है, जो इसे ग्राहक-केंद्रित ब्रांड बनाता है। यह कदम रोजमर्रा के उपभोक्ताओं के बजट को राहत देगा और डेयरी उत्पादों की खपत बढ़ाने में मदद करेगा।