रांची. झारखंड पुलिस के लिये मुखबिर का काम करने वाले दर्जनों स्पेशल पुलिस अफसरों की जान खतरे में पड़ गयी है. नक्सलियों के बीच में रहकर उनकी गतिविधियों की जानकारी पुलिस तक पहुंचाने वाले इनलोगों की जानकारियां जाहिर हो गयी हैं. नक्सलियों के डर से कई मुखबिर भूमिगत हो गये हैं.
झारखंड के गुमला, बुंडू ,तमाड़ और लोहरदगा के अति नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्रों में नक्सल की सूचना देने वाले दो दर्जन से अधिक मुखबिर के नाम जाहिर हुये हैं. इनके नाम, आधार नंबर, पैन कार्ड और एकाउंट नंबर भी सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे हैं. हालांकि झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी बत्रा ने कहा कि स्पेशल पुलिस अफसरों की सुरक्षा की जिम्मेवारी पुलिस के साथ-साथ समाज की भी है.
मालूम हो कि झारखंड पुलिस ने पांच हजार से अधिक लोगों को मुखाबिर करने के लिये ट्रेनिंग दी गई थी. इन्हे हर महीने तीन हजार पर रखा गया है. हाल में कई मुखबिरों की हत्या माओवादी के द्वारा किये जाने की खबर भी मीडिया में आई है.