नई दिल्ली. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े देश के 3 लाख से अधिक डॉक्टरों की हड़ताल बुधवार सुबह से शुरू हो गई है. यह हड़ताल नेशनल मेडिकल बिल बनाने के सरकार के नए प्रस्ताव के खिलाफ किया जा रहा है.
मुंबई, बैंगलुरू, तमिलनाडु, चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली समेत सभी बड़े शहरों में लगभग मेडिकल सेवाएं ठप रहेंगी. प्राइवेट से लेकर सरकारी अस्पतालों के ओपीडी भी बंद रहने का अनुमान है, हालांकि इमरजेंसी सेवा उपलब्ध होगी. इस हड़ताल से मरीजों को काफी परेशानी हो सकती है. हड़ताल सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक जारी रहेगी.
क्या है बिल में
पहले प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में 15 फीसदी सीटों की फीस मैनेजमेंट तय करती थी, लेकिन अब नए बिल के मुताबिक मैनेजमेंट 60 फीसदी सीटों की फीसद तय कर पाएगा.
इस बिल में अल्टरनेटिव मेडिसिन (होम्योपैथी, आयुर्वेद, यूनानी) की प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों के लिए एक ब्रिज कोर्स का प्रप्रोजल है. इसे करने के बाद वे मॉडर्न मेडिसिन की प्रैक्टिस भी कर सकेंगे. आईएमए के पूर्व प्रेसिडेंट केके अग्रवाल के मुताबिक, इस बिल में ऐसे प्रावधान हैं जिससे आयुष डॉक्टर्स को भी मॉडर्न मेडिसिन प्रैक्टिस करने की अनुमति मिल जाएगी. जबकि, इसके लिए कम-से-कम एमबीबीएस क्वालिफिकेशन होनी चाहिए. इससे नीम-हकीमी करने वाले भी डॉक्टर बन जाएंगे.