शिमला: हिमाचल प्रदेश में अब तृतीय श्रेणी की भर्ती के लिए अब दो बार परीक्षा होगी. क्लास वन, टू और थ्री की भर्ती परीक्षा में गलत जवाब देने पर एक तिहाई के बजाय एक चौथाई अंक कटेंगे. राज्य लोक सेवा आयोग ने व्यवसाय की प्रक्रिया और लेनदेन नियम 2023 अधिसूचित कर दिए हैं.
परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी लगाने व जैमर लगाए जाएंगे
क्लास वन और टू की भर्ती परीक्षा में चार की जगह पांच विकल्प दिए जाएंगे. कोई भी जवाब नहीं लिखने पर नेगेटिव मार्किंग होगी. क्लास थ्री भर्ती में मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन और सब्जेक्ट एप्टीट्यूट टेस्ट के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा. आयोग ने परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाना भी अनिवार्य कर दिया है. कैमरा रिकॉर्डिंग को छह माह तक सुरक्षित रखने का भी प्रावधान किया गया है.
पेपर-1 में 35 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य
क्लास थ्री भर्तियों के तहत अभी तक अभ्यर्थियों की सिर्फ एक ही परीक्षा होती थी. पेपर लीक के मामले सामने आने के बाद भंग किए गए कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के तहत इस श्रेणी की भर्ती परीक्षाएं होती थी. सरकार ने इस श्रेणी की भर्ती का जिम्मा अब लोक सेवा आयोग को दे दिया है.
आयोग ने नए नियमों के तहत क्लास थ्री की भर्तियों के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. क्लास थ्री भर्तियों में अब क्लास वन और टू की तर्ज पर दो परीक्षाएं होंगी. पहली लिखित परीक्षा में मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन पूछे जाएंगे. दूसरे में सब्जेक्ट एप्टीट्यूड टेस्ट होगा. इन दोनों परीक्षाओं के अंक 100-100 रखे गए हैं. 35 अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को ही पास माना जाएगा. दूसरी परीक्षा पहले वाली परीक्षा की मेरिट के आधार पर होगी.
नेगेटिव मार्किंग भी होगी
एमसीक्यू परीक्षा की मेरिट आने वाले अभ्यर्थियों को ही दूसरी परीक्षा एसएटी में शामिल किया जाएगा. मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन परीक्षा में चार की जगह जवाब देने के लिए पांच विकल्प मिलेंगे. पांचवां विकल्प इनमें से कोई नहीं का रहेगा. सवाल को अगर कोई अभ्यर्थी खाली छोड़ देगा तो नेगेटिव मार्किंग होगी. क्लास वन और टू की भर्ती में नेगेटिव मार्किंग पहले भी होती थी. आयोग ने नया प्रावधान करते हुए नेगेटिव मार्किंग के अंक भी बढ़ा दिए हैं. पहले सवाल के कुछ अंक का एक तिहाई ही काटा जाता था, अब एक चौथाई अंक काटे जाएंगे.
कम आवेदन होने पर सिर्फ साक्षात्कार होंगे
राज्य लोकसेवा आयोग के तहत क्लास वन और टू की भर्ती में कम आवेदन होने पर सिर्फ साक्षात्कार लिए जाएंगे. ऐसी परिस्थितियों में लिखित परीक्षा नहीं होगी. कॉलेजों में भर्ती किए जाने वाले असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती पर यह नियम लागू नहीं होगा. इस भर्ती को पहले से तय नियमों के तहत ही आयोजित किया जाएगा.
हिंदी के प्रश्नपत्र में गलती पर अंग्रेजी का प्रश्नपत्र होगा मान्य
आयोग ने कहा है कि भर्ती परीक्षाओं के हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रश्नपत्र दिए जाएंगे, वहां अगर हिंदी में लिखे सवाल और जवाब में कोई अंतर होगा तो अंग्रेजी के प्रश्नपत्र को सही माना जाएगा. लिखित परीक्षा के दौरान अगर कोई अभ्यर्थी एक सवाल के दो जवाब देंगे तो भी नेगेटिव मार्किंग होगी. इसके अलावा एक ही जवाब देने पर अगर वो जवाब गलत होगा तो भी अंक काटे जाएंगे. पर्सनेलिटी टेस्ट 30 अंकों का होगा. इसमें पास होने के लिए आरक्षित वर्ग के लिए नौ और सामान्य वर्ग के लिए 12 अंक न्यूनतम रखे गए हैं.