नई दिल्ली. जस्टिस लोया की मौत मामले में विपक्ष एकजुट हो चुका है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार की शाम राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर सीबीआई के विशेष जज जस्टिस बीएच लोया की मौत की निष्पक्ष एसआईटी जांच की मांग की गई. राष्ट्रपति से मिले विपक्षी नेताओं ने कहा कि उन्हें सीबीआई या एनआइए की जांच पर भरोसा नहीं. इसलिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच की जानी चाहिए.
राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामपंथी दलों, द्रमुक और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने राष्ट्रपति से भेंट की. जस्टिस लोया की मौत को लेकर उठाए गए आशंकाओं के मद्देनजर एसआइटी जांच की मांग को उठाया गया. नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी सौंपा. इस ज्ञापन में 115 सांसदों के हस्ताक्षर हैं जिसमें 15 विपक्षी दल शामिल हैं. ज्ञापन में कहा गया है कि एसआईटी जांच से ही सच सामने आ सकता है.
विपक्षी सांसदों ने इस पत्र में राष्ट्रपति से दखल देने की अपील की है. इस ज्ञापन पर कांग्रेस के अलावा तृणमूल कांग्रेस, राजद, सपा, राकांपा, द्रमुक, माकपा, भाकपा, आदि शामिला हैं. हालांकि बसपा के किसी सांसद ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं और राष्ट्रपति से मिलने गए विपक्षी प्रतिनिधिमंडल में भी पार्टी का कोई सदस्य शामिल नहीं था. राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी सांसदों के साथ एक व्यापक वर्ग का मानना है कि जस्टिस लोया की मौत संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई है. इन सब को देखते हुए न्याय व्यवस्था में लोगों का भरोसा बना रहे यह सुनिश्चित करने के लिए निष्पक्ष जांच जरूरी है.