बिलासपुर. चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले एम्स का शिलान्यास किए जाने की मांग को लेकर ‘जागो बिलासपुर’ मंच के बैनर तले आंदोलनरत के विभिन्न संगठनों ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है. इसके तहत जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है. बीते बुधवार को पहले दिन डीसी ऑफिस कांपलेक्स में ‘जागो बिलासपुर’ मंच के संयोजक प्रवेश चंदेल के साथ ही लेखराम धीमान, अमर सिंह, पंकज गौतम व भरत पवार अगले 24 घंटे के लिए अनशन पर बैठे. केश पठानिया व कैप्टन बालकराम शर्मा ने उन्हें हार पहनाए.
वहीं पिछले मंगलवार को बिलासपुर शहर में रैली भी निकाली गई. आंदोलन को तेज करने की मंशा से बुधवार से अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन शुरू कर दिया गया.
यहां, प्रवेश चंदेल ने कहा कि एम्स की घोषणा हुए 3 साल बीतने को हैं, लेकिन इसका शिलान्यास आज तक नहीं हो पाया है. इसमें देरी के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार एक-दूसरे को दोषी बता रही हैं. ऐसा करके राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही है. एम्स के लिए धरातल पर कोई प्रयास नहीं हो रहा है.
मांगे नहीं मानी तो होगा आमरण अनशन
प्रवेश चंदेल ने कहा कि एम्स के लिए शुरू किए गए आंदोलन को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. इसके बावजूद यदि सरकारों के कानों पर जूं नहीं रेंगी, तो आंदोलन और तेज कर दिया जाएगा. इसके तहत आमरण अनशन जैसा कदम उठाने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा. इसके अलावा इस मुद्दे को लेकर आवाज और अधिक बुलंद करने के लिए बिलासपुर बंद की योजना पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है. इसके लिए व्यापार मंडल, ट्रक, बस, टैक्सी व आॅटो आॅपरेटर यूनियनों तथा विद्यार्थियों के साथ ही अन्य संगठनों से बात की जा रही है. यदि सरकार समय रहते कुंभकर्णी नींद से नहीं जागी तो उसे खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
पत्रकार गौरी लंकेश के लिए रखा 2 मिनट का मौन
एम्स के लिए क्रमिक अनशन शुरू करने से पहले बेंगलुरु में हुई पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर गहरा दुख प्रकट करते हुए, उनकी आत्मिक शांति के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया. जागो बिलासपुर मंच के नुमाइंदों ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचलने का यह एक और उदाहरण है. इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है. इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की.