नई दिल्ली. उड़ुपी की धर्म संसद में राम जन्मभूमि पर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर राजनीति गरमा गई है. भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उनके बयान को सही करार दिया है तो एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने विरोध जताया है. उन्होंने एक बयान में कहा कि आरएसएस आग से खेल रही है. उन्होंने अपील की कि सुप्रीम कोर्ट इस बयान को संज्ञान ले. गौरतलब है कि 5 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मामले पर आखिरी सुनवाई करने जा रहा है.
गुजरात चुनाव का फायदा लेने का आरोप
ओवैसी ने कहा कि आरएसएस प्रमुख ऐसा बयान जारी कर गुजरात चुनाव में भाजपा को फायदा दिलाना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आखिरी सुनवाई से पहले संघ देश में ‘भय का वातावरण’ बनाना चाहता है. बता दें कि धर्म संसद में आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि, ‘राम जन्मभूमि पर राम मंदिर ही बनेगा और कुछ नहीं बनेगा. उन्हीं पत्थरों से बनेगा, उन्हीं की अगवानी में बनेगा, जो इसका झंडा उठाकर पिछले 20-25 वर्षों से चल रहे हैं’.
श्री श्री रविशंकर ने की थी समाधान की कोशिश
अयोध्या मामले पर पिछले दिनों आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने समाधान निकालने की कोशिश की थी. हालांकि गतिरोध दूर नहीं हो सका. अयोध्या में राममंदिर और लखनऊ में एक मसजिद बनाने का प्रस्ताव भी शिया वक्फ बोर्ड की तरफ से आया. प्रस्ताव में कहा गया कि मसजिद का नाम किसी शासक के नाम पर रखने के बजाय मसजिद-ए-अमर रखा जाए.