नई दिल्ली. विशेष गहन संशोधन (SIR) पर बहस को लेकर संसद में गतिरोध जारी है। सोमवार, मानसून सत्र के पहले दिन की तरह, मंगलवार को भी विपक्ष के भारी हंगामे के कारण लोकसभा को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
सरकार चाहती है Vande Mataram पर बहस
सूत्रों के अनुसार, सरकार चाहती है कि पहले लोकसभा में Vande Mataram पर बहस हो, क्योंकि इसे पहले से बिज़नेस एडवाइजरी कमिटी (BAC) की बैठक में बहस के लिए तय किया गया था। इसके बाद अन्य मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है।
विपक्ष का कहना: पहले SIR पर बहस जरूरी
विपक्ष का कहना है कि पहले SIR पर बहस होनी चाहिए। इसके बाद ही वह Vande Mataram और अन्य सूचीबद्ध मुद्दों पर बहस में हिस्सा लेने को तैयार है।
ओम बिर्ला ने बुलाए फ्लोर लीडर्स
लोकसभा स्पीकर ओम बिर्ला ने सदन में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए फ्लोर लीडर्स की बैठक बुलाई है।
किरेन रिजिजू का बयान
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर बहस करने के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष बहस का समय तय नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में हमें संवाद और बहस करनी होती है। देश में कई मुद्दे हैं। किसी एक मुद्दे को नजरअंदाज करके दूसरे को उठाना सही नहीं है। सभी मुद्दे महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में लोगों के साथ चुनाव का मंच है। हमने कल भी कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं और कम से कम परामर्श तो होना चाहिए। लेकिन वे समय तय करने की कोशिश करते हैं, कहते हैं कि सरकार अभी बताए। यह सही नहीं है।
राज्यसभा में विपक्ष का नोटिस खारिज
राज्यसभा के अध्यक्ष सी. पी. राधाकृष्णन ने नियम 267 के तहत विपक्ष का नोटिस खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि प्रक्रियागत आवश्यकताओं को पूरा नहीं किया गया। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने जोर देकर कहा कि SIR पर तुरंत बहस होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची संशोधन के दौरान 28 लोग मृत हो गए हैं। खड़गे ने कहा कि लोग मर रहे हैं और SIR तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह एक गंभीर मामला है। लोकतंत्र को बचाने के लिए, नागरिकों और देश के हित में बहस अब ही होनी चाहिए।
