नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव का एक लेख साझा करते हुए कहा कि भारत का Mission LiFE (Lifestyle for Environment) देश की पारंपरिक संरक्षण प्रणालियों को नया जीवन दे रहा है और उन्हें आधुनिक पर्यावरणीय जिम्मेदारी के रूप में पुनर्परिभाषित कर रहा है।
“Negotiation नहीं, Nurturing से शुरू होती है Sustainability” – PM Modi
भूपेंद्र यादव के X (पूर्व ट्विटर) पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, “यह पढ़ने योग्य लेख बताता है कि भारत का Mission LiFE तमिलनाडु के ‘एरी टैंक सिस्टम’ से लेकर राजस्थान के ‘जोहड़’ तक, सदियों पुराने संरक्षण तरीकों को पुनर्जीवित कर रहा है। भारत का संदेश स्पष्ट है – असली स्थिरता बातचीत से नहीं, बल्कि पोषण से शुरू होती है।”
भूपेंद्र यादव का लेख – “Breathe LiFE into Climate Change”
भूपेंद्र यादव ने “Breathe LiFE into Climate Change” शीर्षक से एक लेख साझा किया, जो ब्राज़ील के बेलें में होने वाले COP30 Climate Conference से पहले प्रकाशित हुआ।
इसमें उन्होंने बताया कि कैसे भारत वैश्विक जलवायु कार्रवाई में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने लिखा,
“COP30 के लिए मंच तैयार है और भारत जीवनशैली अनुकूलन (Lifestyle Adaptation) और स्वच्छ तकनीक (Clean Technology) में अग्रणी है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘PM Surya Ghar’ जैसी योजनाएं लाखों घरों को सस्टेनेबल सोलर एनर्जी से जोड़ रही हैं।”
Mission LiFE: प्राचीन ज्ञान और आधुनिक Sustainability का संगम
यादव ने अपने लेख में कहा कि Mission LiFE भारत की पारंपरिक बुद्धिमत्ता को आधुनिक पर्यावरणीय लक्ष्यों से जोड़ता है।
यह जिम्मेदार उपभोग (Responsible Consumption) और सामुदायिक संरक्षण (Community-based Stewardship) को बढ़ावा देता है।
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) की रिपोर्ट के अनुसार, अगर वैश्विक स्तर पर LiFE से जुड़ी आदतें अपनाई जाएं, तो 2030 तक सालाना CO₂ उत्सर्जन में 2 अरब टन की कमी संभव है — जो नेट-जीरो लक्ष्य का लगभग 20% है।
PM Surya Ghar: एक करोड़ परिवार बने ‘Energy Producer’
फरवरी 2024 में शुरू हुई PM Surya Ghar: Muft Bijli Yojana के तहत एक करोड़ परिवारों ने अपने घरों पर सोलर पैनल लगवाए हैं। इससे लोग केवल उपभोक्ता (Consumers) नहीं, बल्कि उत्पादक (Producers) भी बने हैं। अब तक 58 लाख से अधिक आवेदन मिले हैं और 4.9 GW नई रूफटॉप सोलर क्षमता जोड़ी गई है।
India’s Clean Energy Revolution: 50% Non-Fossil Capacity हासिल
भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा भी तेज़ी से आगे बढ़ रही है। 2025 में ही देश की 50% बिजली उत्पादन क्षमता गैर-जीवाश्म (Non-Fossil) स्रोतों से आने लगी — जो लक्ष्य से पूरे 5 साल पहले हासिल हुआ। 2014 में 2.8 GW की सौर क्षमता अब बढ़कर 127 GW हो गई है — यानी 45 गुना विस्तार।
‘Ek Ped Maa Ke Naam’ बना विश्व का सबसे बड़ा ग्रीन मूवमेंट
भूपेंद्र यादव ने बताया कि Mission LiFE के सिद्धांतों पर आधारित ‘Ek Ped Maa Ke Naam’ पहल अब विश्व के सबसे बड़े सामुदायिक हरित अभियानों में शामिल हो चुकी है। जून 2024 से अब तक 250 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए जा चुके हैं। 14.7 लाख स्कूल इस मिशन से जुड़े हैं और ‘Ek Ped 2.0’ में अब Geotagging सिस्टम से वास्तविक समय पर मॉनिटरिंग हो रही है।
“एक पौधा, एक उम्मीद” – भारत का जलवायु संदेश
लेख के अंत में यादव ने लिखा,जब हम एक पौधा लगाते हैं, हम उम्मीद लगाते हैं। यही भारत का संदेश है — असली स्थिरता बातचीत नहीं, बल्कि पोषण से शुरू होती है।”
