नई दिल्ली. प्रधानमंत्री Narendra Modi ने बुधवार को अपने इटली (Italy) समकक्ष Giorgia Meloni को India-EU Free Trade Agreement की सफल समाप्ति पर धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं के बीच हुई telephonic conversation में मोदी ने भारत और इटली के बीच साझा रणनीतिक साझेदारी (India-Italy Strategic Partnership) को और मजबूत करने पर ज़ोर दिया। साथ ही, उन्होंने Ukraine war को जल्द समाप्त करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा,
“प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ उत्कृष्ट बातचीत हुई। हमने भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी को गहराई देने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता दोहराई और यूक्रेन संकट को शीघ्र समाप्त करने में साझा रुचि व्यक्त की। इटली द्वारा भारत-ईयू व्यापार समझौते के सफल समापन और IMEEEC initiative के माध्यम से कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए मेलोनी का धन्यवाद।”
द्विपक्षीय संबंधों पर विशेष बातचीत
विदेश मंत्रालय (MEA) के बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने भारत और इटली के बीच निवेश, रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष, विज्ञान एवं तकनीक, शिक्षा, जनसंपर्क तथा आतंकवाद विरोध जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की। दोनों ने Joint Strategic Action Plan 2025-29 के अनुरूप सहयोग को और बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
AI Impact Summit और IMEEEC पर सहमति
प्रधानमंत्री मेलोनी ने भारत द्वारा 2026 में आयोजित किए जाने वाले AI Impact Summit के लिए इटली का पूरा समर्थन व्यक्त किया। साथ ही, उन्होंने भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) को जल्द पूरा करने की दिशा में सहयोग का आश्वासन दिया। दोनों नेताओं ने India Middle East Europe Economic Corridor (IMEEEC) के तहत कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए कदम उठाने पर सहमति जताई।
निरंतर संपर्क और सहयोग
दोनों नेताओं ने भविष्य में करीबी संपर्क बनाए रखते हुए द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई।
G7 समिट में मोदी-मेलोनी की मुलाकात
जून में कनाडा में आयोजित G7 Summit के दौरान पीएम मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी से मुलाकात की थी। इस दौरान मेलोनी ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वह “सबसे बेहतरीन” हैं और उनकी तरह बनने की कोशिश कर रही हैं। दोनों नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी मुलाकात साझा करते हुए लिखा कि भारत और इटली की दोस्ती लगातार मजबूत होगी और दोनों देशों के लोगों को लाभ मिलेगा।