नई दिल्ली. अयोध्या में एक बार फिर इतिहास रचने जा रहा है। 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे मुख्य शिखर पर भगवा ध्वज फहराएंगे। यह पहला अवसर होगा जब मंदिर के सभी सातों शिखरों पर भगवा पताकाएं एक साथ लहराएंगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार, इस भव्य आयोजन की तैयारियां ज़ोरों पर हैं और राज्य सरकार से लेकर ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य तक लगातार अयोध्या में डटे हुए हैं।
पीएमओ और सीएमओ की सख्त मॉनिटरिंग
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यालय (CMO) इस आयोजन की हर छोटी-बड़ी डिटेल पर नजर रखे हुए है। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण (Live Broadcast) देशभर के प्रमुख टीवी चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर किया जाएगा। भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में 200 फीट का LED स्क्रीन लगाया जा रहा है, जबकि शहर के अलग-अलग हिस्सों में 30 से अधिक बड़े स्क्रीन लगाए जाएंगे।
अयोध्या सजेगी केसरिया रोशनी में
रामनगरी अयोध्या को इस अवसर के लिए पूरी तरह सजाया जा रहा है। सड़कों पर भगवा झंडे लहराए जा रहे हैं, मंदिरों और गलियों में फूलों की सजावट की जा रही है। 21 से 25 नवंबर तक पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की ओर से राम कथा, भजन, शास्त्रीय नृत्य और लोक नाट्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। नगर निगम भी सड़कों की मरम्मत, घाटों की रंगाई-पुताई और पौधारोपण जैसे कार्यों में जुटा है।
अतिथियों के लिए विशेष ठहरने की व्यवस्था
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बताया कि लगभग 1,600 कमरों की व्यवस्था अतिथियों के लिए की गई है। इसके अलावा, कारसेवकपुरम, रामसेवकपुरम और तीर्थ क्षेत्रपुरम में भी अतिरिक्त आवास तैयार किए गए हैं, जिनमें बिस्तर और कंबल की पूरी सुविधा होगी।
RSS प्रमुख और सीएम योगी रहेंगे मौजूद
यह आयोजन विवाह पंचमी के पावन दिन पर आयोजित होगा। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 8 से 9 बजे के बीच होगी और दोपहर 2 बजे तक चलेगी। प्रधानमंत्री मोदी के साथ RSS प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे।
इस दिन आम श्रद्धालुओं के लिए नियमित दर्शन अस्थायी रूप से बंद रहेंगे।
खास ध्वज की विशेषताएं
राम मंदिर के शिखर पर फहराया जाने वाला विशेष भगवा ध्वज 22 बाय 11 फीट का होगा। इसे पैराशूट फैब्रिक और सिल्क धागे से तैयार किया गया है। यह 42 फीट ऊंचे खंभे पर लगाया जाएगा, जिसमें 360-डिग्री घूमने की व्यवस्था होगी। ध्वज पर सूर्य, ‘ॐ’ और कोविदार वृक्ष के प्रतीक अंकित किए जाएंगे।
अयोध्या में यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक बनेगा, बल्कि यह उस आध्यात्मिक एकता और सांस्कृतिक गौरव का भी प्रतीक होगा, जिसे पूरा देश राम मंदिर से जोड़कर देखता है।
