नई दिल्ली. 22 साल से गुजरात की सत्ता पर काबिज भाजपा के लिए 2017 गुजरात विधानसभा चुनाव सम्मान की लड़ाई बनता जा रहा है. इसका कारण बन रहे हैं कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी. राहुल एक मंझे हुए नेता की तरह न सिर्फ चुनाव प्रचार में लगे हैं बल्कि गुजराती रंग में रंगकर भाजपा को कड़ी चुनौती दे रहे हैं.
नाश्ते में फाफड़ा पसंद किया, खाने में मिर्च का पकौड़ा
गुजरात के अलग-अलग क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहे राहुल भाजपा के खिलाफ नोटबंदी और जीएसटी को मुद्दा बना रहे हैं. उनके अभियान में खास बात यह भी है कि वह खुद को क्षेत्रीयता से जोड़ रहे हैं. 11 नवंबर को अक्षरधाम मंदिर दर्शन के बाद साबरकांठा रोड शो के दौरान राहुल ने प्रांतिज में एक ढाबे पर रुककर चाय पी और गुजराती नाश्ता किया. उनसे पूछा गया कि नाश्ते में सबसे अच्छा क्या लगा तो उन्होंने फाफड़े की तरफ इशारा किया.
रविवार की शाम भी राहुल ने पाटन के एक ढाबे पर काठियावाड़ी खाना खाया. उन्होंने खाट पर बैठकर बाजरे की रोटी, हल्दी लहसुन की सब्जी और छाछ का स्वाद लिया.
गुजराती पगड़ी और लोकगीत
मिशन गुजरात के लिए राहुल वहां के लोगों के साथ घुलमिलकर प्रचार कर रहे हैं. कहीं वह गुजराती पगड़ी पहने नजर आ रहे हैं तो कहीं लोगों से गप्पें लड़ाते दिख रहे हैं. उनकी रैलियों में गुजराती लोकसंगीत भी आमतौर पर सुना जा रहा है. पार्टी उपाध्यक्ष का यह नया अवतार कार्यकर्ताओं में नई जान फूंक रहा है.