जयपुर. राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 10 दिन के ब्रेक के बाद आज से शुरू होगा, आज राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान वित्त, गृह, शिक्षा, नगर विकास एवं आवासन, वन, राजस्व, आपदा प्रबंधन, युवा मामले और खेल, उच्च शिक्षा, कार्मिक, शिक्षा, कृषि विपणन विभागों से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे. इसके बाद विधानसभा में आज आठवीं, नौवीं, ग्यारहवीं एवं बारहवीं विधानसभा में विधायक रहे हरीश चंद्र कुमावत को उनके निधन पर श्रद्धांजलि दी जाएगी.
विधानसभा की कार्यवाही 11 बजे से शुरू होगी
राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही 11 बजे से शुरू होगी. प्रश्नकाल से राजस्थान विधानसभा की शुरुआत होगी. अब देखते हैं की 9 दिन बाद सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण होती है, या विपक्ष आज हंगामा करेगा.
विधानसभा में विभिन्न अधिसूचनाएं रखी जाएंगी, जिनमें कृषि विपणन विभाग की तीन अधिसूचना मंत्री मुरारीलाल मीणा रखेंगे. शांति धारीवाल भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक का चायती राज संस्थाओं पर 31 मार्च 2021 को समाप्त हुए प्रतिवेदन, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के क्रियान्वयन पर भारत की नियंत्रक महालेखाकार का प्रतिवेदन सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को लेकर भारत के नियंत्रक लेखा परीक्षक का प्रतिवेदन रखेंगे.
वार्षिक प्रतिवेदन रखेंगे
मंत्री उदयलाल आंजना राजस्थान विधानसभा में राजस्थान जनजाति क्षेत्रीय विकास सहकारी संघ लिमिटेड के 2020-21 एवं 21-22 के वार्षिक प्रतिवेदन, राजस्थान राज्य सहकारी संघ राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड जयपुर के अंकेक्षण प्रतिवेदन 2021-22 रखेंगे. मंत्री भंवर सिंह भाटी राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड का 27 वां वार्षिक प्रतिवेदन और राजस्थान राज्य विद्युत वितरण प्रबंध उत्तरदायित्व अधिनियम 2016 की धारा 3 (1) के अंतर्गत विद्युत वितरण निगमों के तैयार किए गए विद्युत वितरण प्रबंधन वितरण वर्ष 2022-23 का वार्षिक प्रतिवेदन रखेंगे.
विधानसभा की आज की करवाई में नेता प्रतिपक्ष और मुख्य सचेतक नहीं होंगे
गुलाब चंद कटारिया के असम के राज्यपाल बनने के बाद खाली हुआ नेता प्रतिपक्ष का पद भाजपा अभी तक भर नहीं पाई है. कारण आपसी सहमति और गुटबाजी है, जिसके चलते आज तक पद खाली है, नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी अभी उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर उठा रहे हैं. उम्मीद है कि जल्दी ही भाजपा इस कोई करवाई कर नाम घोषित कर सकती है. वहीं, दूसरी और मुख्य सचेतक महेश जोशी के इस्तीफे के बाद यह पद खाली हुआ है, जिसको कांग्रेस पार्टी जल्दी ही भरने की बात कर रही है. महेश जोशी ने एक व्यक्ती एक पद की परिपाटी के चलते अपना इस्तीफा दिया था, जिसको मुख्यमंत्री गहलोत ने स्वीकार कर लिया है.