जयपुर: राजस्थान मंत्रिमंडल से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने एक बार अशोक गहलोत पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मुझे वसुंधरा राजे ने जेल में डाला था. उन्होंने कहा कि 38 दिन तक जेल में रहने के बाद भी गुढ़ा अपने दम पर खड़ा है, लेकिन वसुंधरा जी के समाचार समाप्त हो गए.
उन्होंने कहा कि अशोक जी से मैं कहना चाहता हूं कि मुझे गिरफ्तार कर लीजिए, हमेशा के लिए राजस्थान से आपके समाचार समाप्त हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि राजस्थान में लोग कहेंगे कि अशोक गहलोत भी कोई थे.
गुढ़ा इन दिनों अपने विधानसभा क्षेत्र में यात्रा निकाल रहे हैं. वो अपने इलाके के गांव-गांव घूम रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुझे जेल भेजना चाहते हैं, अगर ऐसा हुआ तो उनका भी वही हाल होगा, जो वसुंधरा राजे का हुआ था. उन्होंने कहा कि वसुंधरा की तरह गहलोत के भी समाचार समाप्त हो जाएंगे.
विधानसभा में 24 जुलाई को लाल डायरी लहराने के चलते बर्खास्त किए गए गुढ़ा विधानसभा से भी निष्कासित कर दिए गए थे. इसके बाद भी गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला करना नहीं छोड़ा. गुढ़ा ने अपनी विधानसभा क्षेत्र में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अशोक गहलोत को पहचानने में उनसे भूल हुई है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सड़क जाम करने के एक मामले में मुझे जेल भिजवाया था, उसी तरह अब अशोक गहलोत भी मुझे मुकदमों में फंसा कर जेल भेजना चाहते हैं. गुढ़ा ने कहा कि मैं तो जेल जाकर पहले भी खड़ा हो गया और इस बार फिर खड़ा हो जाऊंगा. लेकिन जिस तरह से वसुंधरा राजे के ‘समाचार समाप्त’ हुए, उसी तरह से अशोक गहलोत के भी ‘समाचार समाप्त’ हो जाएंगे.
राजस्थान में महिला सुरक्षा का मुद्दा
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है. वे पूरा टाइम तो कुर्सी बचाने में लगा देते हैं, महिलाओं के लिए उनके पास समय नहीं है. उन्होंने कहा कि गहलोत ही गृहमंत्री हैं, वही वित्तमंत्री हैं और वही मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा को एक जेब में रखते हैं और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को दूसरी जेब में रखते हैं. ऐसे में सारे काम जब एक ही व्यक्ति करेगा तो काम कैसे होंगे.